पंजाबियों से अकाली दल में विश्वास रखने का अपील

निजी संवाददाता — जीरकपुर

शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने रविवार को कहा कि दिल्ली आधारित पार्टी और दूसरी पार्टी के बीच प्रयोग करना पंजाब को मंहगा पड़ा है और संघीय स्वायत्ता सहित इसके सभी प्रमुख मुद्दों को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है और पंजाबियों से अकाली दल में विश्वास रखने का आग्रह किया ताकि राज्य की आवाज को संसद तक पहुंचाना सुनिश्चित किया जा सके। अकाली दल अध्यक्ष ने पंजाब बचाओ यात्रा के तहत पार्टी के पटियाला उम्मीदवार एनके शर्मा के समर्थन में प्रचार करते हुए इस विधानसभा क्षेत्र के दौरे के दौरान यह टिप्पणी की है। यात्रा को ऐतिहासिक समर्थन मिला और अकाली दल अध्यक्ष के स्वागत के लिए प्रमुख पड़ाव पर हजारों लोग सडक़ों पर आए और यात्रा के सभी पड़ावों पर सरदार सुखबीर सिंह बादल पर बार-बार फूलों की बारिश की गई और माला पहनाई गई। इस यात्रा में भारी संख्या में नौजवानों की भागीदारी देखी गई। यात्रा का डेराबस्सी पहुंचने पर स्वागत करते हुए एनके शर्मा ने कहा कि पार्टी ने उन पर जो विश्वास जताया है, वह उस पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रति वफादारी तथा लोगों के प्रति जवाबदेही ही उनके राजनीतिक जीवन का मुख्य सिद्धांत हैं। यात्रा के एक पड़ाव पर बोलते हुए अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल ने कहा हमारे प्रयोगों की हमें बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ी है।

पहले कांग्रेस ने कर्जा माफी, घर-घर नौकरी और बेरोजगारी युवाओं को 2500 रुपए प्रति माह देने के झूठे वादों से आपको गुमराह किया, लेकिन कुछ नहीं किया। इसके बार आम आदमी पार्टी ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए दस दिनों के भीतर ड्रग्ज के खतरे को खत्म करने के अलावा महिलाओं को प्रति माह 1000 रुपए देने का वादा किया, लेकिन यह वादा भी झूटा था और इससे आप पार्टी पूरी तरह बेनकाब हो गई है, क्योंकि इसने किसानों, अनुसूचित जाति और कमजोर वर्गों और व्यापार और उद्योग के साथ भेदभाव करने के अलावा एक लाख करोड़ रुपए का कर्जा लेकर राज्य को दिवालिया बना दिया है। यह कहते हुए कि एकमात्र अकाली दल ही पंजाबियों की आकांक्षाओं को पूरा कर सकती है। इस अवसर पर मोहाली जिला योजना बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष कृष्ण पाल शर्मा, डेराबस्सी नगर परिषद के पूर्व प्रधान भूपिंदर सैनी हरजिंदर सिंह रंगी, युवा अकाली नेता मनजीत सिंह मलकपुर, जसपाल सरपंच जीरकपुर, सुरेश शारदा, गुरइकबाल सिंह पूनिया, रवि भंखरपुर, ओपी शर्मा हंडेसरा, बुल्लूराणा, मनविंदर सिंह टोनी राणा केतन शारदा, अरुण शर्मा, हनी सैनी व राजा सहित कई गणमान्य मौजूद थे।