जुब्बल की रंजना नर्सिंग लेफ्टिनेंट

शिमला —  पुराना जुब्बल गांव की रंजना बिटी नर्सिंग लेफ्टिनेंट के पद पर चयनित हुई हैं। रंजना ने राष्ट्रीय लिखित परीक्षा लखनऊ में दी थी और इसमें उत्तीर्ण होने पर नई दिल्ली में गत दिनों साक्षात्कार हुआ था। इसके बाद सेना में उनका चयन हुआ है और वह आठ फरवरी को सेना अस्पताल जोधपुर में अपना कार्यभार संभालेंगी। रंजना बिटी की दसवीं तक की शिक्षा राजकीय कन्या विद्यालय जुब्बल में हुई है, जबकि जमा दो जुब्बल के वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल से हुई। इसके बाद सोलन के ओच्छघाट से एक निजी संस्थान से नर्सिंग में बीएससी डिग्री साल 2014 में हासिल की। रंजना बिटी के पिता अमर सिंह बिटी व्यवसाय से बागबान हैं और माता गृहिणी हैं। रंजना की इस सफलता से परिजनों के साथ-साथ इलाके के लोगों में खुशी की लहर है। रंजना बिटी ने अपनी इस उपलब्धि के लिए माता-पिता और अध्यापकों को दिया है।

डा. उमेश धर्माणी असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए सिलेक्ट

डलहौजी — चंबा के जनजातीय क्षेत्र पांगी के गांव कुठाह के डा. उमेश धर्माणी ने ऑल इंडिया स्तर की असिस्टेंट प्रोफेसर के एकमात्र पद के लिए चयनित होकर प्रदेश व जिला का नाम रोशन किया है। डा. उमेश धर्माणी को पीजीआई के डेंटल विभाग में कंजरवेटिव डेंटिस्ट एंड इंडोडोंटिक में सहायक प्रोफेसर पद पर अपनी सेवाएं देंगे। डा. उमेश इन दिनों डेंटल कालेज एंड अस्पताल आरआईएमएस इंफाल मणिपुर में सहायक प्रोफेसर के पद पर सेवाएं दे रहे हैं। डा. उमेश ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा जवाहर नवोदय विद्यालय सरोल से हासिल की। तदोपरांत हिमाचल डेंटल कालेज सुंदरनगर से 2005 में बीडीएस की डिग्री पाई। वर्ष 2010 में एम्स से एमडीएस की डिग्री प्राप्त करने के बाद 2014 में मौलाना आजाद इंस्टीच्यूट ऑफ डेंटल साइंस नई दिल्ली से सीनियर रेजिडेंसी की उपाधि हासिल की। डा. उमेश धर्माणी ने अपनी सफलता का श्रेय पिता जयकिशन धर्माणी व माता धनदेवी और अध्यापकों को दिया है।

लेदा के डा. रमनदीप एनईईटी में टॉपर

सुंदरनगर —  उपमंडल के लेदा गांव के डा. रमनदीप शर्मा ने एमडी व एमएस नेशनल एलिजिबिलिटी-कम-एंट्रेंस टेस्ट (एनईईटी) की पीजी परीक्षा-2017 में हिमाचल प्रदेश स्टेट मैरिट लिस्ट में प्रदेश भर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। वहीं राष्ट्रीय स्तर पर 306वां रैंक प्राप्त किया है। रमनदीप ने एमबीबीएस की परीक्षा 2014 में डा. राजेंद्र प्रसाद राजकीय कालेज टांडा से टॉप श्रेणी में उत्तीर्ण की। एमबीबीएस में भी रमनदीप को बच्चों के चिकित्सक विभाग में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए स्वर्ण पदक से भी नवाजा गया था। गौर हो कि एमडी एमएस एनईईटी पीजी परीक्षा 2017 में देश भर के एक लाख 30 हजार परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी और मात्र 31330 ने यह परीक्षा उत्तीर्ण की। डा. रमनदीप जनरल मेडिसन में जाना चाहते हैं और राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर की दोनों काउंसिलिंग में भाग लेंगे। डा. रमनदीप एक वर्ष तक प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग में बतौर चिकित्सक सेवाएं भी दे चुके हैं। रमनदीप की माता गृहिणी हैं और पिता व्यवसायी हैं।