डा. अविनाश देश के तीसरे चाइल्ड सुपर स्पेशेलिस्ट

बड़सर के होनहार ने पीजीआई से ली डीएम की डिग्री, अब अमरीका में देंगे प्रेजेंटेशन

बिलासपुर – हिमाचल के डा. अविनाश शर्मा ने बाल चिकित्सा विज्ञान में दोहरी सफलता हासिल की है। इस सफलता को हासिल करने के बाद वह बाल चिकित्सा विज्ञान में सुपरस्पेशलिस्ट यानी डाक्टर ऑफ मेडिसिन की डिग्री हासिल करने वाले प्रदेश के पहले और देश के तीसरे चिकित्सक बन गए हैं। डा. अविनाश ने पीजीआई चंडीगढ़ से इस विषय में डीएम की डिग्री हासिल की है। यही नहीं, बाल चिकित्सा में डा. अविनाश ने एक और उपलब्धि हासिल की है। उनके चार रिसर्च पेपर अमरीका में आयोजित होने वाले ग्लोबल कान्फ्रेंस ऑफ मायोसिटीस के लिए मंजूर हुए हैं। पांच से आठ मई तक होने वाली इस मीटिंग में भाग लेने के लिए डा. अविनाश मई की शुरुआत में अमरीका के लिए रवाना हो जाएंंगे। बता दें कि हमीरपुर जिला की बड़सर तहसील के लबाहण (दांदडू़) गांव के डा. अविनाश शर्मा का चयन डाक्टर ऑफ मेडिसिन की डिग्री की पढ़ाई के लिए पीजीआई चंडीगढ़ के लिए हुआ था। अपने विषय में सुपर स्पेशेलिस्ट की डिग्री हासिल करने वाले वह हिमाचल के पहले चिकित्सक हैं और देश में तीसरे चिकित्सक। अमरीका में आयोजित होने वाली ग्लोबल कान्फ्रेंस ऑफ मायोसिटीस मीटिंग में डा. अविनाश बच्चों की बीमारियों से संबंधित अपने चारों विषयों पर प्रेजेंटेशन देंगे। प्रेजेंटेशन के लिए चयन होने पर उनके घर हमीरपुर और बिलासपुर के पंजगाई स्थित उनके सुसराल में खुशी का मौहाल है। डा. अविनाश ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपनी मां पुष्पा शर्मा व पिता एसआर शर्मा को दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पत्नी एकता शर्मा के सक्रिय सहयोग के बिना यह उपलब्धि हासिल करना मुमकिन नहीं था। डा. अविनाश शर्मा के सुसर व बिलासपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता रामेश्वर दास गौताम ने बताया कि उनके दामाद की उपलब्धि परिवार ही नहीं, बल्कि पूरे हिमाचल के लिए है। डा. अविनाश बाल चिकित्सा के क्षेत्र में तैयार अपने चार रिसर्च पर प्रेजेंटेशन देने के लिए पहली मई को अमरीका के लिए रवाना होंगे।