डलहौजी के बीर सिंह को शौर्य चक्र

नगालैंड में विद्रोहियों को कुचलने पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नवाजा

डलहौजी, बनीखेत— उपमंडल डलहौजी के गांव शेरपुर के बीर सिंह को उनके बहादुरी और शौर्य के लिए शौर्य चक्र से नवाजा गया है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नई दिल्ली में रक्षा प्रदर्शनी समारोह-एक में नाइक बीर सिंह को शौर्य चक्र से नवाजा। 21वीं बटालियन पैराशूट रेजिमेंट के नाइक बीर सिंह मूलतः डलहौजी  के  शेरपुर गांव के रहने वाले हैं। अपने बेटे की बहादुरी पर पिता लोक बहादुर का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है। गौरतलब है कि नगालैंड के पंगशा इलाके में अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में 28 अगस्त, 2015 को अभियान धन पंगशा शुरू किया गया, जिसमें नाइक बीर सिंह उस दस्ते के कमांडर थे और एनएससीएन (के) विद्रोहियों के वाहनों को घात लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। बीर सिंह व उनके साथियों की तवरित कार्रवाई से विद्रोही अचंभित रह गए और उन पर अंधाधुंध फायरिंग करने लगे। पलटवार करते हुए नाइक बीर सिंह ने एक को मौत के घाट उतार दिया और उसके दो साथियों को घायल कर दिया। इस गोलाबारी में नाइक बीर सिंह खुद भी बुरी तरह से घायल हो गए। गंभीर जख्मों की परवाह न करते हुए बीर सिंह ने न केवल उग्रवादियों को माकूल जवाब दिया, बल्कि अपने दस्ते को भी सुरक्षित रखा। उन्होंने अपने दस्ते को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। इस प्रकार नाइक बीर सिंह ने अपने कर्त्तव्य का निर्वहन करते हुए सर्वोच्व मानकों का प्रदर्शन किया। बीर सिंह को इस अदम्य साहस के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नई दिल्ली में शौर्य चक्र से नवाजा है। डलहौजी की विधायक आशा कुमारी ने नाइक बीर सिंह को शौर्य चक्र मिलने पर बधाई देते हुए कहा है कि बीर सिंह ने अपने माता-पिता के साथ पूरे प्रदेश का नाम रोशन कर दिया है। इसके लिए बीर सिंह के साथ-साथ माता-पिता भी बधाई के पात्र हैं।