देश भर में चमके हिमाचली सितारे

डलहौजी की शिखा सिविल सर्विस एग्जाम में छाई

डलहौजी —  डलहौजी की बेटी शिखा ने सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण कर पूरे देश में नाम कमाया है। इस परीक्षा के बुधवार को घोषित अंतिम परिणाम में शिखा ने 439वां रैंक हासिल कर क्षेत्र का ही नहीं, बल्कि प्रदेश का भी नाम रोशन किया है। शिखा ने तीसरे प्रयास में सिविल सेवा की परीक्षा उत्तीर्ण की है। शिखा मूलरूप से डलहौजी की रहने वाली है। शिखा का विवाह अमृतसर (पंजाब) के जश्नदीप सिंह रंधावा से हुआ है, जो कि स्वयं आईपीएस अधिकारी हैं। शिखा के पिता बलदेव खोसला पीडब्ल्यूडी से सेवानिवृत्त हैं, जबकि माता प्रवेश खोसला गृहिणी हैं। शिखा ने प्रारंभिक शिक्षा सेक्रेट हार्ट स्कूल डलहौजी से की है। इसके पश्चात शिखा ने पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से बीडीएस करने के बाद लॉ में स्नातक की डिग्री भी हासिल की। शिखा ने बताया कि आईएएस अधिकारी बनना हमेशा से उनका सपना था। यह सपने के साकार होने जैसा है। सिविल परीक्षा की तैयारी के बारे में शिखा ने कहा कि कभी घंटे के हिसाब से पढ़ाई नहीं की, बल्कि एक निश्चित लक्ष्य बनाकर पढ़ाई करती थी।

सरकाघाट का होनहार हिंदी नेट में सेकेंड टॉपर

सुंदरनगर — सरकाघाट क्षेत्र के सरी गांव के रहने वाले सोनू कुमार ने हिंदी की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा में देश भर में दूसरा स्थान हासिल किया है। सोनू कुमार का जूनियर रिसर्च फैलोशिप के लिए चयन हो गया है। इसके लिए केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय की ओर से सोनू को 30 हजार रुपए प्रति माह स्कॉलरशिप दी जाएगी। इस उपलब्धि से सरी गांववासी गदगद हैं। सोनू के माता-पिता किसान हैं। सोनू की पढ़ाई का खर्चा उनके चचेरे भाई डा. धर्मपाल वहन कर रहे हैं। सोनू ने इस सफलता का श्रेय माता-पिता और भाई डा. धर्मपाल और शिक्षकों को दिया है।

अखिल नेवी में अफसर, कंचन को हंगरी में सम्मान

नूरपुर, जवाली —  उपमंडल जवाली के अंतर्गत गांव खैरियां (दुराना) के अखिल कौशल ने नेवी में बतौर सब-लेफ्टिनेंट चयनित होकर प्रदेश भर में अपना व अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है। अखिल कौशल के पिता सुरेश कुमार ऑनरेरी कैप्टन रिटायर हुए हैं, जबकि माता कांति कौशल गृहिणी हैं। अखिल कौशल ने अपनी पढ़ाई की शुरुआत मानवी भारती पब्लिक स्कूल नढोली से की है तथा उसके उपरांत उनका चयन राष्ट्रीय आर्मी स्कूल बेलगांव (कर्नाटक) में हुआ। वहां पर 12वीं कक्षा में ही सर्विस सिलेक्शन कमीशन ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) पुणे के लिए उनका चयन कर लिया। उन्होंने जेएनयू दिल्ली से बीएससी (एससी) की डिग्री हासिल की। एनडीए से पासआउट होने के उपरांत उन्हें ट्रेनिंग के आखिरी पड़ाव के लिए भारतीय नौसेना अकादमी केरल में भेजा गया। अखिल कौशल आईएनए से बतौर सब-लेफ्टिनेंट चयनित हुए हैं।

शिमला –  सातवें अंतरराष्ट्रीय साहित्य एवं संस्कृति सम्मेलन व सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन दो से 11 जून तक जर्मनी, चेक, हंगरी, स्लोवाकिया व ऑस्ट्रिया में विश्व हिंदी साहित्य परिषद भारत द्वारा किया जा रहा है। इसमें भारत से कंचन शर्मा बतौर प्रतिनिधि जा रही हैं। उल्लेखनीय है कि विश्व हिंदी साहित्य परिषद हिंदी व भारतीय साहित्य के संवर्द्धन हेतु विश्व विख्यात है। हंगरी की राजधानी वुदापैस्त में स्थित अमृता शेरगिल सांस्कृतिक केंद्र में (आईसीसीआर) हिंदी के संवर्द्धन हेतु ‘सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से हिंदी, कल आज और कल’ पर कंचन शर्मा द्वारा शोध पत्र पढ़ा जाएगा। इसके साथ ही हंगरी में अंतरराष्ट्रीय कविता उत्सव में कंचन शर्मा कविता पाठ भी करेंगी। हंगरी में भारत के राजदूत महामहिम राहुल छावड़ा कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। इस सम्मेलन में कंचन शर्मा बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत कर रही हैं। कंचन शर्मा प्रदेश के शिमला जिला से हैं व सिंचाई व जन स्वास्थ्य विभाग में बतौर सहायक अभियंता कार्यरत हैं।