शिशांक देश, ऋषभ प्रदेश भर में टॉपर

एनडीए परीक्षा में हिमाचल के होनहारों ने दिखाई प्रतिभा, देश भर के लाखों छात्रों को पछाड़ हासिल किया मुकाम

मैहतपुर— सीमावर्ती क्षेत्र से लगते गांव माणकपुर के निवासी शिशांक शर्मा पुत्र दिनेश शर्मा ने एनडीए परीक्षा में देश भर के करीब पांच लाख छात्रों को पछाड़ कर टॉप स्थान प्राप्त किया है। वर्ष 2016 की एनडीए परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर टॉप करने वाला शिशांक शर्मा संभवतः क्षेत्र का पहला होनहार है। जानकारी के अनुसार जिंदबड़ी के एक निजी स्कूल से दसवीं पास करने के बाद शिशांक ने महाराजा रंजीत सिंह आर्म्ड फोर्स इंस्टीच्यूट मोहाली में दाखिला लिया। शिशांक शर्मा का परिवार मध्यम वर्ग परिवार से है। पिता दिनेश कुमार सरकारी नौकरी में हैं। शिशांक ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने समाजसेवी दादा स्वर्गीय भूषण देव शर्मा को दिया है। शिशांक ने कहा कि एनडीए के माध्यम से उसे अपने देश सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ है। इस संदर्भ में उसने कहा कि वह अपने इस दायित्व को ईमानदारी व निष्ठा के साथ निभाएगा।

बिलासपुर के नौजवान की मेहनत लाई रंग

बिलासपुर — बिलासपुर जिला से संबंध रखने वाले ऋषभ देव शर्मा ने एनडीए की प्रवेश परीक्षा में पहला हासिल किया है। ऋषभ शर्मा ने परीक्षा सितंबर माह में दी थी। 14 जून को इसका परिणाम निकला और ऋषभ शर्मा ने पूरे प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। वहीं ऋषभ देव शर्मा ने इस परीक्षा में पूरे भारत वर्ष में भी 47वां स्थान हासिल किया है। ऋषभ देव शर्मा मूलतः जुखाला क्षेत्र के स्याहुला गांव निवासी है तथा उनके पिता पुरुषोत्तम दास शर्मा तथा माता रीता शर्मा स्वास्थ्य विभाग में बतौर फार्मासिस्ट व स्टाफ नर्स कार्यरत हैं। ऋषभ देव शर्मा की प्रारंभिक शिक्षा डीएवी बिलासपुर स्कूल से हुई है तथा वर्ष 2010 में उन्होंने सैनिक स्कूल सुजानपुर टीहरा में प्रवेश पाने के बाद छठी से 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई वहां से पूर्ण की। वर्ष 2016 में उन्होंने एनडीए प्रवेश परीक्षा हेतु आवेदन किया, जिसकी आठ सितंबर, 2016 को परीक्षा हुई। इसके बाद उन्हें जनवरी, 2017 में मध्यप्रदेश के भोपाल शहर में एसएसबी हेतु बुलाया गया। उसके उपरांत 14 जून को घोषित परिणाम में उनका चयन हुआ। कड़ी मेहनत के कारण उसने यह मुकाम हासिल किया है।

दाड़ी की अपूर्वा सेना में लेफ्टिनेंट

धर्मशाला— प्रदेश की दूसरी राजधानी धर्मशाला के समीपवर्ती दाड़ी की अपूर्वा शर्मा सेना में लेफ्टिनेंट बनी हैं। बचपन से ही सेना में जाकर देश की सेवा करने का सपना संजोए अपूर्वा ने इस मुकाम को हासिल किया है। सेना में बतौर लेफ्टिनेंट नियुक्त हुई अपूर्वा ने अपने माता-पिता सहित क्षेत्र का नाम रोशन किया है। अपूर्वा की पहली पोस्टिंग सेना अस्पताल सागर (मध्य प्रदेश) में हुई है। इसी माह वह मध्य प्रदेश में अपनी ज्वाइनिंग देंगी। दाड़ी निवासी अपूर्वा शर्मा की इस कामयाबी पर उसकी माता प्रोमिला शर्मा और पिता कृष्ण शर्मा काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। अपूर्वा के पिता कृष्ण शर्मा अध्यापक हैं। अपूर्वा धर्मशाला महाविद्यालय से बीएससी द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रही थी तभी उसे सेना कमांड अस्पताल चंडी मंदिर (चंडीगढ़) में नर्सिंग ट्रेनिंग में प्रवेश मिल गया। अपूर्वा साढ़े तीन साल की कठिन ट्रेनिंग के बाद लेफ्टिनेंट बनी हैं। श्री शर्मा ने बताया कि अपूर्वा 14 जून को पासआउट हुई और उसकी पहली पोस्टिंग सेना अस्पताल सागर (मध्य प्रदेश) में हुई है तथा वह 23 जून को ज्वाइन करेगी।

देहरा का शुभम बना आर्मी आफिसर

बनखंडी(देहरा)— कांगड़ा जिला के बनखंडी गांव (देहरा) का शुभम राणा आईएमए देहरादून से पासआउट होकर भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बना है। इसके चलते गांव में खुशी का माहौल है। शुभम राणा ने अपने पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए यह उपलब्धि हासिल की है। उनके पिता बलवान सिंह भी आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल के तौर पर श्रीनगर में सेवाएं दे रहे हैं। शुभम राणा की बारहवीं कक्षा की पढ़ाई डीपीएस जालंधर से हुई है। उन्होंने बीटेक मेकेनिकल की डिग्री चितकारा यूनिवर्सिटी पंजाब से की है। शुभम राणा की माता शैलबाला राणा गृहिणी हैं, जबकि छोटा भाई शिवम राणा भी बीटेक की डिग्री हासिल कर रहा है। शुभम राणा पहली जुलाई को सेकेंड राजपूत रेजिमेंट में बतौर लेफ्टिनेंट ज्वाइनिंग देंगे। उनके पासआउट समारोह में पिता लेफ्टिनेंट कर्नल बलवान सिंह व माता शैलबाला राणा मौजूद रहीं। शुभम राणा के ताया भोलानाथ व त्रिलोक सिंह और चाचा दिलवान सिंह सहित सभी रिश्तेदारों ने उन्हें बधाई दी है।

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