अरुण कोस्ट गार्ड में डीआईजी

मंडी —  जिला मंडी के जोगिंद्रनगर स्थित झमेढ़ गांव के अरुण कुमार भारद्वाज ने भारतीय तट रक्षक में डीआईजी बनकर जिला मंडी का नाम रोशन किया है। अरुण भारद्वाज पुत्र सोहन सिंह निवासी झमेढ़ ने दो अगस्त, 1996 को सहायक कमांडेंट का पदभार ग्रहण किया था। अरुण के पड़दादा, दादा व पिता भारतीय सेना में अपनी सेवाएं प्रदान कर चुके हैं। डीआईजी अरुण के पिता सोहन लाल भारतीय सेना से ऑनरेरी कैप्टन रिटायर हुए हैं। अरुण ने नेवल अकादमी गोवा में प्रशिक्षण लिया। उसके बाद उन्होंने भारतीय तटरक्षक जलपोत सारंग, संकल्प, जल पोत विजया आदि को भारतीय तट रक्षा के लिए तैयार करने में अपनी टीम के साथ अहम भूमिका निभाई। इस दौरान अरुण जल विभाग से वायु विभाग में भी गए। 2006 से 2008 तक अरुण भारद्वाज की टीम स्क्वाड्रन को बेस्ट एविएशन यूनिट का खिताब प्राप्त हुआ। डीआईजी अरुण भारद्वाज का सरल स्वभाव व कड़ी मेहनत के कारण 2011 में उन्हें दोबारा वर्ष 2014 में बेस्ट अफसर का खिताब मिला। अरुण ने सफ लता की सीढ़ी चढ़ते हुए डीआईजी का उच्चतम ओहदा प्राप्त कर लिया है।  इससे पूर्व अरुण ने इलेक्ट्रॉनिक और टेलीकम्युनिकेशन की स्नातक की डिग्री पास की तथा उसके बाद उन्होंने भारतीय तटरक्षक सेना में नियुक्ति पाई।  अरुण कुमार की इस सफलता से क्षेत्र में खुशी की लहर है। इतना ही नहीें, डीआईजी बनने पर सांसद रामस्वरूप शर्मा, पूर्व मंत्री व विधायक गुलाब सिंह ठाकुर, पूर्व विधायक सुरेंद्र ठाकुर सहित कई अन्य संगठनों के पदाधिकारियों ने भी उन्हें बधाई दी है।

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