बाथू के रोहित बनेंगे लेफ्टिनेंट

ऊना —  जिला ऊना के बाथू गांव के युवक का भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट पद के लिए चयन हुआ है। मूलतः बाथू गांव के निवासी रोहित राणा पुत्र किरण राणा एवं दिलदार सिंह राणा ने चौथे प्रयास में यह सफलता पाई है, जबकि जमा दो के बाद सेना में अधिकारी बनने के लिए यह उनका कुल 11वां प्रयास था। उनके परिवार से दूसरा पुत्र सेना में अधिकारी बना है। रोहित के पिता हिमाचल पुलिस में हैड कांस्टेबल है। पिछले काफी समय से वह राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज के अंगरक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जबकि रोहित का बड़ा भाई अमित राणा सेना में मेजर पद पर है। रोहित राणा का जन्म 30 अक्तूबर,1992 को बाथू गांव में किरण राणा व दिलदार सिंह राणा के घर हुआ। ऊना के माउंट कार्मल स्कूल से जमा दो की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद रोहित ने एनडीए के दो बार पेपर दिए, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। रोहित ने केसी पंडोगा कालेज में बीटेक सिविल में दाखिल लिया तथा इंजीनियरिंग में स्नातक डिग्री हासिल करने के बाद फिर से सेना में जाने के प्रयासों में जुट गया। चार बार सीडीएस व अन्य आर्मी टेक्निकल विंग्स की परीक्षाओं में भाग्य आजमाया। अंततः रोहित राणा ने अपने दृढ़ इच्छाशक्ति से परीक्षा उत्तीर्ण की तथा मैरिट में नौवां स्थान हासिल किया। रोहित ने अपनी सफलता को श्रेय माता-पिता व ऊना के डीआईजी सेवानिवृत्त आरएम शर्मा व उनकी पत्नी मीना शर्मा को भी दिया है।

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