देश ने माना हिमाचल का ‘जन मनरेगा’

सभी ने अपनाई प्रदेश की मोबाइल ऐप, 20 मीटर के दायरे में हो सकता है इस्तेमाल

शिमला— गुगल पर जन मनरेगा मोबाइल ऐप को सर्च करके उसमें मनरेगा योजना में हुए कार्यों के बारे में विस्तृत उल्लेख किया जा सकता है। केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश द्वारा तैयार की गई इस मोबाइल ऐप को अपनाते हुए इसे पूरे देश में लागू कर दिया है। प्रदेश के ग्रामीण विकास विभाग ने एनआईसी के माध्यम से इस ऐप को तैयार करवाया, जिस पर अब पूरा देश मनरेगा कार्यों की परख कर सकता है। जहां पर मनरेगा योजना के तहत कार्य हुआ है और उसकी जियो टैगिंग कर दी गई, उसके 20 मीटर के दायरे में यह ऐप काम करेगी। इसमें ऑनलाइन शिकायत भी की जा सकती है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में पारदर्शिता लाने के लिए इस तरह की मोबाइल ऐप बनाई गई है और बड़ी बात यह है कि हिमाचल प्रदेश को इसे तैयार करने का सौभाग्य मिला। इस ऐप को अब सभी राज्यों ने अपनाया है और उनके यहां पर भी गूगल के माध्यम से इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। मनरेगा के टोटल असेट्स को इसमें शामिल किया गया है। राज्य में मौजूदा समय में 295 लाख कार्यों की यूनिट आईडी स्थापित कर दी गई है, यानी इन कार्यों के बारे में मोबाइल ऐप से जानकारी ली जा सकती है और इसमें किसी भी प्रकार की गड़बड़ या फिर कमी की शिकायत हो सकती है। इसके साथ प्रदेश सरकार के ग्रामीण विकास विभाग ने एक लाख 98 हजार किए गए कार्यों की जियो टैगिंग कर दी है। जियो टैगिंग होने से इन कार्यों को दोबारा नहीं किया जा सकता, जिसमें पहले धांधलियां होती रही हैं। एक ही काम को बार-बार दिखाकर पैसा ऐंठा जाता था, जो कि अब नहीं हो सकता है। जन मनरेगा मोबाइल ऐप में कोई भी व्यक्ति किए गए कार्य की स्थिति को बताने के लिए फोटो खींचकर उसमें शेयर कर सकता है, जिस पर तुरंत केंद्र सरकार कार्रवाई करवाएगी। इस मोबाइल ऐप में लोगों को मनरेगा योजना की विस्तृत जानकारी भी मिलेगी, जिसमें उसके तहत दिए जा रहे अधिकारों के बारे में बताया गया है।

काम में आ रही पारदर्शिता

हिमाचल के लिए ऐसी मोबाइल ऐप तैयार करवाना बड़ी बात है। इसे पूरे देश के लिए लागू कर दिया गया है। प्रदेश में तेजी के साथ मनरेगा के काम पूरी पारदर्शिता से हो रहे हैं