इंग्लैंड से पेरिस समुद्र तैर पहुंचा हिमाचली

बिलासपुर— हांगकांग में रहने वाले हिमाचल के लॉयर मयंक वैद्य इंग्लिश चैनल पार करते हुए लंदन से पेरिस तक आर्च-टू-आर्क ट्राइथलॉन इवेंट कंप्लीट करने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। इसके तहत उन्होंने रनिंग, स्वीमिंग और साइकिलिंग से लगभग 500 किलोमीटर की दूरी मात्र तीन दिन में ही पूरी कर एक रिकार्ड कायम किया है। इसी इवेंट में अगले साल उन्हें सोलो एंट्री मिली है। पिछले साल आस्ट्रेलिया में अल्ट्रामैन रिले रेस जीत चुके बिलासपुर के नोआ निवासी मयंक वैद्य ने शुक्रवार को यहां लेकव्यू कैफे में पत्रकारों को बताया कि गत 11 से 13 जून तक आर्च टू आर्क ट्राइथलॉन इवेंट में भाग लिया। इसमें आस्टे्रलिया के डेविड उनके पार्टनर रहे। इसके तहत उन्होंने लंदन से डोवर तक 145 किलोमीटर की दूरी 19 घंटे में दौड़ से पूरी की। उसके बाद उन्होंने इंग्लिश चैनल पार किया। कठिन परिस्थितियों से जूझते हुए उन्होंने यह टास्क 12.30 घंटे में पूरा किया। हालांकि इंग्लिश चैनल की लंबाई 33 किलोमीटर है, लेकिन समुद्र की लहरों से जूझने के कारण उन्हें 55 किलोमीटर फासला तय करना पड़ा। इस इवेंट का तीसरा चरण साइकिलिंग का रहा। साइकिल के माध्यम से करीब 300 किलोमीटर की दूरी उन्होंने 17 घंटे में पूरी की। उन्होंने कहा कि इसी के माध्यम से हांगकांग में रहने वाले भारत के ऐसे अक्षम बच्चों के लिए चैरिटी का आयोजन भी किया गया, जो पढ़ने-लिखने में असमर्थ हैं। खुशी की बात यह है कि जूबेन फाउंडेशन के सहयोग से हांगकांग में 288 माइल्स-288 बच्चे नाम से आयोजित इस चैरिटी में लगभग 72 लाख रुपए एकत्रित हुए। वहां हर वर्ग का सहयोग उन्हें मिला। खासकर हांगकांग के पीएम ने भी इसकी सराहना की। अब वह अगले साल वह इस इवेंट में बतौर सोलो प्रतिभागी भाग लेंगे। इसमें भी चेरिटी के माध्यम से पैसा जुटाने का प्रयास किया जाएगा। जो भी पैसा एकत्रित होगा, वह हिमाचल विशेषकर बिलासपुर में समाज कल्याण से जुड़े किसी कार्य पर खर्च किया जाएगा।

टॉप 300 लॉयर्ज में शुमार हैं मयंक

खास बात यह है कि पिछले साल की तरह इस बार भी मयंक वैद्य ने विश्व के टॉप 300 लॉयर्ज में स्थान पाया है। हांगकांग में रह रहे मयंक समाजसेवा क्षेत्र से भी जुड़े हुए हैं और जरूरतमंदों की मदद के लिए नित नई नई योजनाओं पर काम कर रहे हैं।