बिना रुके 45 किलोमीटर साइकिलिंग

आठवीं में पढ़ने वाले 12 साल के गुरदेव पौने तीन घंटे में ऊना से बड़सर

ऊना— ऊना के डीएवी सेंटनेरी स्कूल में आठवीं कक्षा में शिक्षा ग्रहण कर रहे गुरदेव ठाकुर पुत्र राजकुमार ने साइकिलिंग करते हुए बिना रूके 45 किलोमीटर तक का सफर तय किया है। महज 12 साल तीन माह की आयु में ही गुरदेव ने ऊना से बड़सर तक का सफर करीब पौने तीन घंटे में तय कर एक नया कारनाम कर दिखाया है। साइकिलिंग में प्रदेश में शायद ही ऐसा कोई खिलाड़ी होगा जो इतनी छोटी सी उम्र में इतनी लंबी दूरी तय कर पाया हो। हालांकि साइकिलिंग के खेल को यहां पर इतनी प्राथमिकता नहीं दी जाती है,लेकिन उसके बावजूद भी इस नन्हें होनहार खिलाड़ी ने यह काम कर दिखाया है। हालांकि पंजाब, हरियाणा में साइकिलिंग करना कुछ हद तक आसान होता है। लेकिन प्रदेश की भूगौलिक परिस्थितियों के अनुसार पहाड़ी एरिया होने के बाद भी यहां पर साइकिलिंग करना आसान नहीं है। लेकिन कोच की ओर से दिए गए प्रशिक्षण के चलते इस खिलाड़ी ने अपना लक्ष्य पूरा कर लिया है। गुरदेव के कोच की मानें तो पहले उन्होंने इस खिलाड़ी को ऊना से थानाकलां तक साइकिलिंग की कोचिंग दी। यहां तक सफलता मिलने के बाद बंगाणा तक कई दिनों तक कोचिंग दी गई। वहीं, बड़सर तक पहुंचने के लिए इस नन्हें खिलाड़ी को कड़ी मेहनत करनी पड़ी। लेकिन अब इस खिलाड़ी ने बड़सर तक साइकिलिंग कर अपना लक्ष्य पूरा किया है। बहरहाल,यह खिलाड़ी जल्द ही किसी बड़ी साईकलिंग प्रतियोगिता में भाग लेगा। गुरदेव के कोच राजकुमार का दावा है कि गुरदेव ठाकुर ने बिना रूके इतनी लंबी दूरी पूरी की है। उनका कहना है कि लंबे समय से गुरदेव इस तैयारी में जुटा हुआ था। अब गुरदेव ने इस लक्ष्य को पूरा कर लिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में साइकिलिंग खेल को बढ़ावा देने के प्रयास किए जाएंगे। ताकि अन्य खिलाडि़यों का रूझान भी इस ओर बढ़े। उन्होंने कहा कि गुरदेव का भविष्य साईकलिंग खेल में बनाने के लिए वह लगातार प्रयास कर रहे हैं,ताकि प्रदेश का नाम इस खेल में रोशन कर सके।