साई होस्टल धर्मशाला ने संवारा कविता का करियर

धर्मशाला— जकार्ता में चल रही 18वीं एशियन गेम्स में देश को कबड्डी में लगातार दूसरा गोल्ड मेडल दिलाने के लिए हिमाचल प्रदेश की बेटी कविता ठाकुर दमखम दिखा रही है। स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया साई के धर्मशाला ट्रेनिंग सेंटर में साल 2009 से लगातार 2018 तक नौ साल कड़ा अभ्यास कर पसीना बहाने वाली कविता अब देश को लिए पीला तमगा लाने के लिए बेहतरीन प्रदर्शन कर रही हैं। इससे पहले कविता ने 2014 इंचियोन गेम्स में भारत की झोली में गोल्ड मेडल डाला था। भारतीय कबड्डी टीम में जबरदस्त डिफेंडर की भूमिका निभाने वाली कविता को टीम की रीड्ड कहा जाता है। एशियन गेम्स में कविता शानदार डिफेंस के बलबूते विरोधी टीम को अपने पाले में ज्यादा देर टिकने नहीं दे रहीं। इतना ही नहीं कविता ठाकुर ने अपने सोलो टेकल से भी सबको अपने खेल का खूब दीवाना बना लिया है। हिमाचल के मनाली जगतसूख की रहने वाली कविता ठाकुर ने 2009 में भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्र धर्मशाला में एंट्री की। इसके बाद कविता ठाकुर ने कबड्डी की बारीकियां सीखने के लिए दिन-रात कड़ा अभ्यास किया। पिछले नौ सालों के लगातार अभ्यास की बदौलत ही अब कविता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़े-बड़े खिलाडि़यों को अपने सोलो टेकल से ही चित कर रही हैं।