ठाकुर को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड

बागबानी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए मिला पुरस्कार

सोलन – डा. यशवंत सिंह परमार विश्वविद्यालय नौणी के पूर्व वाइस चांसलर डा. विजय सिंह ठाकुर को बागबानी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सर्वोच्च लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया है। यह अवार्ड सन 1942 में स्थापित भारतीय बागबानी विज्ञान अकादमी द्वारा प्रदान किया गया है। उन्होंने इस अवार्ड के लिए भारत वर्र्ष के 48 प्रतिभागियों को पछाड़ा है। इस अवार्ड को प्रतिष्ठित दादा साहेब फाल्के अवार्ड के समतुल्य माना जाता है। डा. ठाकुर को यह अवार्ड उनके बागबानी विज्ञान विशेषकर फल विज्ञान में किए गए बेहतरीन कार्यों को देखते हुए दिया गया है। उन्होंने अपनी जिंदगी के लगभग 32 वर्ष फल विज्ञान, फल संबंधित रोगों व उससे जुड़े अध्ययन को दिए हैं। उनकी इसी प्रतिबद्धता व लगन को देखते हुए वर्ल्ड बैंक, आईसीएआर, यूरोपियन कमीशन सहित अन्य प्रतिष्ठित संस्थाओं द्वारा डा. ठाकुर को अपने कार्यकाल के दौरान करीब तीन दर्जन प्रोजेक्ट व रिसर्च वर्क सौंपे गए, जिन्हें उन्होंने पूरा भी किया। वर्तमान में बीएसएमए-आईसीएआर कमेटी के चेयरमैन रहते हुए उन्होंने देश में चल रहे बागबानी स्नातक प्रोग्राम के लिए नए पाठ्यक्रम को तैयार करने में अहम भूमिका निभाई है। शिमला के जुब्बल में जन्मे डा. विजय सिंह ठाकुर का सफर काफी संघर्ष का रहा है। सोलन स्थित कृषि महाविद्यालय व कृषि विवि पालमपुर से बीएससी एग्रीकल्चर व एमएससी एग्रिकल्चर की डिग्री हासिल करने के पश्चात उन्होंने नौणी विवि से फूट पैथोलॉजी में पीएचडी की। पोस्ट ग्रेजुएशन व पीएचडी के दौरान उन्हें आईसीएआर स्कॉलरशिप भी मिलती रही।