कोरोना संकट के मौन योद्धा बने सुरेश भारद्वाज, समाजसेवा के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स लंदन ने किए पुरस्कृत

लॉकडाउन के दौरान जनता की सेवा में सक्रिय रहने का मिला इनाम

शिमला  – हिमाचल के शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज कोरोना के इस संकट में मौन योद्धा बने हैं। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स लंदन यूके ने उन्हें इस पर सम्मान दिया है। इस पुरस्कार के तहत शिक्षा मंत्री के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए संस्था ने इन्हें कोरोना महामारी से लड़ने के लिए मौन यौद्धा के रूप में सराहना की व  कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन अवधि के दौरान प्रकाशित किए जा रहे स्टार-2020 एडिशन में मंत्री द्वारा किए गए प्रयासों एवं कार्यों को शामिल किया जाएगा। यह जानकारी संस्था के प्रवक्ता ने दी। गौरतलब है कि शिक्षा मंत्री लॉकडाउन शुरू होने से आज तक हिमाचल के आमजन की सेवा में लगे हुए हैं, जिससे उन्होंने हर दिन विभिन्न कार्यों के माध्यम से सकारात्मकता का माहौल बनाया है। शिक्षा मंत्री को इससे पूर्व भी शिक्षा के क्षेत्र में अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान कोविड-19 के दौरान समाजसेवा में अनेक माध्यमों से मानवता की सेवा में अतुल्य योगदान के लिए वर्ल्ड बुक रिकार्डस यूके द्वारा शिक्षा मंत्री को ऑनलाइन सर्टिफिकेट के माध्यम से प्रदान किया गया है। वर्ल्ड बुक रिकार्ड लंदन द्वारा विश्व व देश के विभिन्न राज्यों में सर्वेक्षण किया गया तथा सर्वेक्षण के आधार पर अन्य राज्यों के साथ-साथ प्रदेश में सुरेश भारद्वाज को इस सम्मान के लिए चुना गया। कोविड-19 महामारी के दौरान मानवता की सेवा में लगे सिविल सोसायटी, कारोबारी, स्थानीय सरकारें, फौज, स्थानीय एवं अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन को यह सम्मान प्रदान किया जाता है। बता दें कि वर्ल्ड बुक रिकार्ड्स लंदन यूके एक ऐसा संगठन है, जो प्रमाणीकरण के साथ दुनिया भर में असाधारण रिकार्ड को सूचीबद्ध और सत्यापित करता है। यह अंतरराष्ट्रीय संगठन लोगों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए प्रेरित करता है। यह लोगों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नए रिकार्ड तोड़ने या स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करता है। इसके अलावा यह दुनिया भर में व्यक्तियों, महत्त्वपूर्ण संस्थानों और अद्वितीय रुचि के स्थानों को दर्ज करने के लिए आमंत्रित करता है।