शिमला – हिमाचल में दूसरे दिन भी 2850 निजी बसों के पहिए थमे रहे। राज्य में मंगलवार को भी केवल 250 के करीब बसें चलीं। रूटों पर सवारियों के कम होने से अब प्रदेश निजी बस ऑपरेटर यूनियन ने फैसला लिया है कि अगर अगामी एक-दो दिन में भी यही आलम बना रहता है, तो निजी बस ऑपरेटर अपनी बसें खड़ी कर देंगे। मंगलवार को राज्य के विभिन्न रूटों पर मात्र 250 बसें ही चल पाई। हालांकि पहले दिन के मुकाबले 50 बसें अधिक रूटों पर निकली है। हिमाचल प्राइवेट ऑपरेटर यूनियन के महासचिव रमेश कमल ने कहा कि राज्य में 3100 के करीब निजी बसें हैं, जिसमें से मगंलवार को 250 बसें ही चल पाई हैं। राज्य सरकार के निर्देशों पर प्राइवेट ऑपरेटरों ने बसों का संचालन आरंभ कर दिया है, मगर रूटों में बसों में नाममात्र सवारियां बैठ रही हैं। ऐसे में निजी बस संचालकों को तेल जेब से डालना पड़ रहा है। अब यूनियन ने फैसला लिया है दो दिन देखेंगे, नहीं तो बसें खड़ी कर देंगे।
प्राइवेट बसें चलाने से घाटा ही घाटा
महासचिव रमेश कमल ने कहा कि निजी बस ऑपरेटरों को रोजाना घाटे का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को भुट्टी से शिमला व शिमला से भुट्टी रूट पर चली निजी बस की इन्कम 500 रुपए हुई, जबकि इन रूटों पर एक दिन में 4500 रुपए का तेल लग जाता है। यही आलम प्रदेश के कई अन्य रूटों पर भी बना हुआ है।
कहां, कितनी चलीं
जिला कुल बसें रूट पर
कांगड़ा 862 20-25
ऊना 310 –
मंडी 450 –
सोलन 205 6
कुल्लू 153 45-50
चंबा 132 –
सिरमौर 162 15-25
रामपुर 65 15-20
रोहडू 96 20-25
शिमला 106 25-30
नालागढ़ 72 10-15
हमीरपुर 352 40-45
बिलासपुर 305 4-5