जवाली — बर्ड फ्लू से प्रवासी पक्षियों की मौत होने के कारण पौंग झील में मत्स्य आखेट पर प्रतिबंध लगने से मछुआरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में मछुआरों को दिहाड़ी लगाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। मछुआरों का कहना है कि पौंग झील में मत्स्य आखेट पर प्रतिबंध लगने से उनके जाल पानी में ही रह गए हैं।
उनका काम बंद होने से उनके घर का खर्च निकालना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि करीबन 2200 मछुआरे मछली पकडऩे का कार्य करके आजीविका कमाते हैं, लेकिन अब उनको घर का खर्च उठाना मुश्किल हो गया है। मछुआरों ने प्रदेश सरकार व मत्स्य विभाग से मांग उठाई है कि मछुआरों को राहत राशि प्रदान की जाए ताकि परिवार का पालन-पोषण कर सकें।