अब खाद्य आपूर्ति विभाग नहीं बनाएगा राशन कार्ड, फर्जीवाड़ा रोकने के लिए सरकार ने लिया फैसला

स्टाफ रिपोर्टर-शिमला
राशन कार्ड बनाने में होने वाली धांधलियों को रोकने के लिए सरकार ने एक विभाग की जिम्मेदारी तय कर दी है। हिमाचल में बनने वाले राशन कार्ड पंचायती राज विभाग ही बनाएगा। किसी दूसरे को ये जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी। ऐसे में अगर राशन कार्ड बनवाने में किसी तरह की धांधली पकड़ी जाती है तो इसकी जवाबदेही भी पंचायती राज विभाग की होगी। इससे पहले खाद्य आपूर्ति विभाग की ओर से भी राशन कार्ड बनाए जाते थे। पंचायत की और से लिखने के बाद विभाग कार्ड बनाता था।

ऐसे में धांधलियों के होने का भी ज्यादा डर रहता था, लेकिन अब सरकार ने पंचायती राज विभाग को ही राशन कार्ड बनाने के लिए अधिकृत कर दिया गया है, क्योंकि पंचायत स्तर पर पंचायत सेक्टरी, पंचायत प्रधानों को पता होता है कि किस शख्स को किस कैटागेरी में डालकर उसका कार्ड बनाना है। ऐसे में अब जबसे पंचायती राज विभाग की राशन के कार्ड बनाएगा तो उससे विभाग की जिम्मेदारी तय हो जाएगी कि कार्ड सही बने है या नहीं, और राशन सही इनसान के पास पहुंच रहा है या नहीं।

अगर किसी भी तरह की गड़बड़ी पंचायत या शहरों में पाई जाती है तो संबंधित जगहों पर तैनात विभाग के अधिकारी इसके लिए जिम्मेदार होंगे। बहरहाल अब खाद्य आपूर्ति विभाग राशन कार्ड बनाने की जिम्मेदारी से छूट गया है।

सरकारी नौकरी पेशा लोगों ने हड़पा था गरीबों का राशनþ

कुछ समय पहले हिमाचल में एक बड़ा फर्जीवाड़ा भी सामने आया था। इसमें कई अधिकारियों, कर्मचारियों ने अपने को बीपीएल श्रेणी में डलवाकर सालों से सस्ता राशन हड़प रहे थे। जब इस फर्जी वाड़े का पता चला तो सरकार और विभाग ने सभी से रिकवरी शुरू कर दी। कईयों से रिकवरी की जा चुकी है।

पंचायती राज विभाग ही अब हिमाचल में राशन कार्ड बनाएगा। इसके लिए आदेश जारी हो चुके हैं। राशन कार्ड बनाने में हो रही धांधलियों को भी इससे लगाम लगेगा, जबकि लोगों की शिकायत का भी नीचले स्तर पर ही समाधान हो जाएगा
राजेंद्र गर्ग, खाद्य आपूर्ति मंत्री