मंडी के खौदा गांव में स्टेट क्रास कंट्री स्पर्धा

पुरुष व महिला वर्ग में इस दौड़ की दूरी दस किलोमीटर व अंडर बीस वर्ष में लड़कों के लिए आठ किलोमीटर व लड़कियों के लिए छह किलोमीटर दौड़ना होता है। इस प्रतियोगिता का ट्रैक अधिकतर ग्रामीण इलाकों की सड़कों व रास्तों का होता है। इस प्रतियोगिता का आयोजन आज तक प्रदेश के विभिन्न जिला व उपमंडल स्तर पर तो हुआ था, मगर एक छोटे से गांव में यह आयोजन पहली बार हुआ और सफल भी रहा। गांव स्तर पर दो सौ लोगों के ठहरने की व्यवस्था करना भी काफी कठिन था, मगर यहां पर लड़कियों को आनंद भवन व लड़कों को दिव्या पब्लिक स्कूल में ठहरने का अच्छा प्रबंध किया गया था। दिव्या पब्लिक स्कूल में ही मैस लगाया गया था जहां पर शाम-सवेरे व दोपहर के खाने का प्रबंध किया गया था। आयोजन के लिए आए तकनीकी अधिकारियों को अधिकतर होमस्टे की तर्ज पर ठहराया गया था…

एथलेटिक्स सभी खेलों की जननी ही नहीं है अपितु इसकी शुरुआत मानव के पैदा होने से ही हो जाती है। पहले इनसान चलना सीखता है, उसके बाद दौड़ना, फैंकना व कूदना शुरू करता है। वैसे भी मानव विस्थापन की इन मूल क्रियाओं ने एथलेटिक्स की स्पर्धाओं को इजाद किया है।  मानव को चलाने के लिए इंडोरेंस, स्ट्रैंथ व स्पीड जैसी क्षमताओं की जरूरत होती है। इन मानव क्षमताओं में इंडोरेंस का अपना विशेष महत्त्व है। हर खेल का खिलाड़ी अपनी इंडोरेंस को बढ़ना चाहता है। इंडोरेंस को बढ़ाने के लिए क्रास कंट्री एक बहुत बढि़या माध्यम है। खेल चाहे व्यक्तिगत हो या टीम, हर खिलाड़ी अपने वर्ष की ट्रेनिंग की शुरुआत क्रास कंट्री से करते हैं। हर वर्ष जिला स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक क्रास कंट्री प्रतियोगिता का आयोजन एथलेटिक्स के संघ व महासंघ करते हैं। इस बार राज्य क्रास कंट्री प्रतियोगिता सोलन जिला को आबंटित की थी। कोरोना काल में पिछले दस महीनों से कोई भी खेल प्रतियोगिता आयोजित नहीं हो पा रही थी। सोलन जिला के इनकार करने पर मंडी जिला के दिव्या पब्लिक स्कूल खौदा के अध्यक्ष वैद्य शक्ति चंद ठाकुर ने इसे करने की हामी भरी। खौदा मंडी से अस्सी किलोमीटर दूर धर्मपुर उपमंडल की उप तहसील टिहरा का एक छोटा सा गांव है। जिला मंडी व हमीरपुर की सीमा पर माता अवाहदेवी व बाबा कमलाहिया सड़क पर दिव्या पब्लिक स्कूल खौदा ने बीते रविवार को हिमाचल प्रदेश राज्य क्रास कंट्री प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस प्रतियोगिता में प्रदेश के विभिन्न जिलों के लगभग दो सौ धावकों, धाविकाओं व तकनीकी अधिकारियों ने शिरकत की। अर्जुन अवार्डी सुमन रावत मेहता व भारतीय अंतर विश्वविद्यालय की अपने-अपने समय की चैंपियन मंजू कुमारी व रीता कुमारी ने पुरुष वर्ग को हरी झंडी दिखा कर प्रतियोगिता की शुरुआत की।

उसके बाद परशुराम अवार्डी पुष्पा ठाकुर व संजो देवी ने महिला वर्ग की शुरुआत की। अंडर बीस के लड़कों को स्टार एथलेटिक्स प्रशिक्षक केहर सिंह पटियाल व गोपाल ठाकुर ने झंडी दिखा कर रवाना किया। लड़कियों को स्टार्ट अपने समय के स्टार अनूप राणा व अनिल शर्मा ने दिया। इस प्रतियोगिता के इनाम बांट सामरोह के मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश एथलेटिक्स संघ के संस्थापक सचिव व अंतरराष्ट्रीय खेल प्रबंधक डा. पदम सिंह गुलेरिया रहे। यह प्रतियोगिता पूरी तरह से खिलाडि़यों को समर्पित रही। इस प्रतियोगिता से चुने गए धावक व धाविकाएं अब चंडीगढ़ में 21 फरवरी 2021 को आयोजित हो रही राष्ट्रीय क्रास कंट्री प्रतियोगिता में भाग लेंगे। पुरुष, महिला व अंडर बीस वर्ष आयु वर्ग में हुई इस प्रतियोगिता में विजेता टीम मंडी व उप विजेता का खिताब हमीरपुर को मिला।

पुरुष व महिला वर्ग में इस दौड़ की दूरी दस किलोमीटर व अंडर बीस वर्ष में लड़कों के लिए आठ किलोमीटर व लड़कियों के लिए छह किलोमीटर दौड़ना होता है। इस प्रतियोगिता का ट्रैक अधिकतर ग्रामीण इलाकों की सड़कों व रास्तों का होता है। इस प्रतियोगिता का आयोजन आज तक प्रदेश के विभिन्न जिला व उपमंडल स्तर पर तो हुआ था, मगर एक छोटे से गांव में यह आयोजन पहली बार हुआ और सफल भी रहा। गांव स्तर पर दो सौ लोगों के ठहरने की व्यवस्था करना भी काफी कठिन था, मगर यहां पर लड़कियों को आनंद भवन व लड़कों को दिव्या पब्लिक स्कूल में ठहरने का अच्छा प्रबंध किया गया था। दिव्या पब्लिक स्कूल में ही मैस लगाया गया था जहां पर शाम-सवेरे व दोपहर के खाने का प्रबंध किया गया था। आयोजन के लिए आए तकनीकी अधिकारियों को अधिकतर होमस्टे की तर्ज पर ठहराया गया था। अवाहदेवी मंदिर कमेटी ने बहुत अच्छे तरीके से पानी व फलों की व्यवस्था  की थी। प्रशासन, पुलिस, जल शक्ति व लोक निर्माण विभाग का बहुत अच्छा सहयोग रहा। स्वयंसेवियों ने इमानदारी से अपना-अपना काम पूरा कर आयोजन को निर्विघ्न संपन्न करवाया। गांव स्तर पर यह अपनी तरह का सफल आयोजन रहा जिसने भविष्य में ग्रामीण इलाकों में राज्य स्तर तक की ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय  प्रतियोगिता आयोजित करवाने की क्षमता को भी तलाशा है। इस प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए आयोजकों, प्रशासन तथा स्वयंसेवियों को बधाई है। भविष्य में भी इस तरह के आयोजन प्रदेश में होते रहने चाहिए। इससे खिलाडि़यों को स्वयं को शारीरिक रूप से फिट रखने का अवसर भी मिलता है।

ईमेलः bhupindersinghhmr@gmail.com