विश्व के टॉप अरबपतियों में शुमार हुए ऊना के जय चौधरी, मेहनत के बल पर पाया मुकाम

हुरून ग्लोबल रिच लिस्ट-2021 में मेहनत के बल पर पाया मुकाम, एक साल में 271 फीसदी बढ़कर 96000 करोड़ रुपए हुई संपत्ति

जतिंद्र कंवर, ऊना

ऊना जिला के छोटे से गांव पनोह से निकलकर अमरीका में ‘जीस्कैलर’ नाम से बड़ा कारोबारी साम्राज्य खड़ा करने वाले जय चौधरी ने हुरून ग्लोबल रिच लिस्ट 2021 में दुनिया के टॉप अरबपतियों में स्थान पाया हैं। इसके साथ ही अब वह भारत के टॉप-10 अरबपतियों में भी शामिल हो गए हैं। भारतीय अरबपतियों में पिछले साल संपत्ति में सबसे ज्यादा ग्रोथ जीस्कैलर के जय चौधरी ने ही दर्ज किया। उनकी संपत्ति पिछले एक साल में 271 फीसदी बढ़कर 96000 करोड़ रुपए हो गई है। जय चौधरी ने 2008 में ‘जीस्कैलर’ नाम से साइबर सिक्योरिटी कंपनी शुरू की थी, जिसके बाद 2018 में कंपनी का आईपीओ लांच किया गया था। सफलता के इस मुकाम को हासिल करने वाले जय चौधरी का असली नाम जगतार सिंह चौधरी है। 62 साल के जय चौधरी का जन्म जिला ऊना के गांव पनोह में पिता भगत सिंह और माता सुरजीत कौर के घर में हुआ था। तीन भाइयों में सबसे छोटे जय चौधरी की तीन बहनें भी हैं।

माता-पिता के साथ जय चौधरी (फाइल फोटो)

 जय चौधरी का बचपन से ही पढ़ाई से बहुत लगाव था। पैतृक गांव पनोह के ही प्राइमरी स्कूल में प्राथमिक शिक्षा हासिल करने के बाद जय चौधरी ने सरकारी स्कूल धुसाड़ा में मैट्रिक तक की पढ़ाई की है। जय चौधरी दसवीं की पढ़ाई पूरी करने के लिए चार किलोमीटर पैदल जाते थे और गांव में ही बट वृक्ष के नीचे बैठकर पढ़ा करते थे। मिडल और हाई स्कूलिंग के दौरान जय चौधरी ने प्रदेश के स्कूल शिक्षा बोर्ड की मैरिट लिस्ट में अपना नाम दर्ज करवाया। वहीं ऊना में शुरू हुए कालेज में प्रेप करते हुए यूनिवर्सिटी में टॉप किया। उसके बाद बीएचयू बनारस में बीटेक करने के बाद अमरीका में एमटैक की पढ़ाई की। किसान पिता के घर जन्मे जय चौधरी को इस मुकाम तक पहुंचने में काफी मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारी और अपना मुकाम हासिल कर लिया।

जय चौधरी की सफलता से परिवार उत्साहित

जय चौधरी की इस सफलता से उनका परिवार खासा उत्साहित है। प्रिंसीपल के पद से सेवानिवृत्त हुए जय चौधरी के सबसे बड़े भाई दलजीत सिंह बताते हैं कि जगतार शुरू से ही पढ़ने में बहुत होशियार थे और जब जय छठी में थे, तो वह उनके बीए के निबंध तक लिख लेते थे। जय चौधरी जमीन से जुड़े हुए व्यक्ति हैं और इस मुकाम पर पहुंचने के बावजूद उनमें कोई बदलाव नहीं आया है। उन्होंने बताया कि जय की पत्नी भी बहुत संस्कारी व सामाजिक महिला हैं और उनके माता-पिता भी अमरीका में ही उनके पास हैं।