स्वतंत्रता सेनानी केहर सिंह पंचतत्व में विलीन

राजकीय सम्मान के साथ गांव लखनौरा में हुआ अंतिम संस्कार

नारायणगढ़ 29 नवंबर (सुशील)

100 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी केहर सिंह का निधन होने पर उनका संस्कार गांव लखनौरा में उनके खेतों में राजकीय सम्मान के साथ किया गया। वह आजाद हिन्दू फौज के सिपाही थे। इस मौके पर नारायणगढ़ के तहसीलदार दिनेश ढिल्लो, डीएसपी अनिल कुमार, एसएचओ विजय कुमार सहित अन्य गणमाण्य व्यक्तियो ने श्रद्धांजलि दी और स्वतंत्रता सेनानी के अंतिम संस्कार पर पुलिस जवानों की टुकड़ी द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। जानकारी अनुसार, स्वतंत्रता सेनानी केहर सिंह जो उपमंडल नारायणगढ़ के गांव कक्डमाजरा के रहने वाले थे। वहीं पर उनका जन्म हुआ था और 19 वर्ष की आयु में आर्मी में गए थे। पर वह मई, 1941 में सुभाषचंद्र बोस की आईएनए यानी इंडियन नेशनल आर्मी में शामिल हो गए थे। जब तक विश्व युद्ध चला तब तक जुन 1946 तक इस आर्मी में रह कर आजादी की लड़ाई लड़ी।

फिर उसके बाद वह लापता रहे। विश्व युद्ध खत्म होने के बाद वह अपने घर आए। 1974 में उनकी पेंशन लगाई गई। इस दौरान उन्होंने अपनी पुश्तानी जमीन में खेतीबाड़ी की। फिर उन्होंने कॉआपरेटिव बैंक में भी नौकरी की और वे 58 वर्ष की उम्र में रिटायर हुए। फिर में अपनी जमीन की खेती की ही देखभाल करते रहे। उनकी शादी 1947 में गांव दप्पर पंजाब में हुई थी। उनके पास पांच बेटे हरनेक सिंह, दीप सिंह, करनैल सिंह, अमरजीत सिंह, गुरमीत सिंह व दो बेटियां अजैब कौर, दीप कौर हैं। उनकी पत्नी का 1997 में निधन हो गया था। 2018 में गृहमंत्री एवं स्वस्थ्य मंत्री अनिल विज ने गांव कक्डमाजरा में स्वतंतत्रा सैनी केहर सिंह को सम्मानित किया था। यहां तक कि उन्हें हर 15 अगस्त व 26 जनवरी को भी सम्मानित किया जाता था। 2017 में ज्यादा तबीयत खराब पर वह अपने तीन बेटों के पास लखनौरा गांव आ गये थे। 28 नवंबर को देर रात उनका निधन हो गया। (एचडीएम)