कृषि कानूनों की तरह रद्द हो नई पेंशन स्कीम

नारायणगढ़, 20 नवंबर (सुशील)

हरियाणा अनुसूचित जाति राजकीय अध्यापक संघ अम्बाला के जिला प्रधान रविन्द्र नरवाल व जिला सचिव सुभाष चन्द ने संयुक्त प्रैस नोट जारी कर प्रधानमंत्री द्वारा तीनों कृषि कानूनों को वापिस लेने के निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए इसे लगभग एक साल से संघर्षरत किसानों की ऐतिहासिक जीत बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को इसी तरह भारत देश के लगभग 80 लाख कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए नई पेंशन स्कीम को भी बंद कर पुरानी पेंशन को बहाल कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि नई पेंशन स्कीम के अंतर्गत कर्मचारियों का पैसा जबरदस्ती मल्टी नेशनल कंपनियों व शेयर बाजार में लगया जा रहा है। जिसका विरोध देश का हर कर्मचारी कर रहा है। इस स्कीम के अंतर्गत रिटायर होने वाले कर्मचारी की मात्र 2000 से 3000 रूपए पेंशन बनती है। इस स्कीम में रिटायर होने पर मिलने वाला पैसा भी टैक्सेबल है। जबकि इस पर हर कर्मचारी पहले ही इंकम टैक्स दे चुका है। उन्होंने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री से पुरजोर अपील की कि कृषि कानूनों की तरह नई पेंशन स्कीम को भी वापस लिया जाए और पुरानी पेंशन को बहाल किया जाए।