पीजीआई के डॉ. दुसेजा को अवार्ड, नॉन अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज पर दो दशक से कर रहे शोध

चंडीगढ़, 12 मई(ब्यूरो)

देश के प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान (पीजीआईएमईआर) चंडीगढ़ में हेपेटोलॉजी विभाग के प्रोफेसर और यूनिट हैड डॉ. अजय दुसेजा को नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज (एनएएमएस) भारत द्वारा वर्ष 2021. 2022 के लिए प्रतिष्ठित जनरल अमीर चंद ओरेशन अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार प्रोफेसर दुसेजा को दो दशकों से अधिक समय से नॉन अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज के क्षेत्र में उनके काम के लिए ‘नॉन अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज . द इंडियन सिनेरियोÓ शीर्षक के लिए दिया गया है। एनएएफएलडी पर उनके काम में महामारी विज्ञान से लेकर रोगजनन, जोखिम कारक, निदान और उपचार सहित लगभग सभी अनुसंधान क्षेत्र शामिल हैं।

नॉन अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज एक जीवन शैली की बीमारी है जो दुनिया की आबादी का 25-30 फीसदी प्रभावित करती है। भारत में सामान्य आबादी में नॉन अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज की व्यापकता 40 फीसदी के करीब है, लेकिन प्रोफेसर दुसेजा के काम से पता चला है कि यह चंडीगढ़ में 53 फीसदी रक्त दाताओं में प्रचलित है। प्रोफेसर दुसेजा ने कहा कि पिछले दो दशकों में किए गए सभी शोधों के लिए यह सम्मान और पुरस्कार प्राप्त करना बहुत ही विनम्र है। उन्होंने कहा कि वह टीम के प्रयास और संस्थान के भीतर और बाहर उनके सहयोगियों और सह.अन्वेषकों के महत्वपूर्ण योगदान के कारण ही इसे हासिल कर सके। प्रोफेसर दुसेजा नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज (एफएएमएस) के फेलो हैं, उन्हें हेपेटोलॉजी के विभिन्न क्षेत्रों में केंद्रित अनुसंधान के साथ संकाय के रूप में 25 से अधिक वर्षों का अनुभव है।