सीबीआई के चार सब-इंस्पेक्टर सस्पेंड

चंडीगढ़ आईटी पार्क स्थित फर्म के दफ्तर में जबरन घुस 25 लाख मांगने का आरोप

चंडीगढ़, 12 मई(मुकेश संगर)

चंडीगढ़ के आईटी पार्क स्थित एक फर्म कंपनी के दफ्तर में मंगलवार देर रात जबरन घुसने, फर्म के पार्टनर के खिलाफ गंभीर मामले में सबूत होने का हवाला देकर 25 लाख रुपए मांगने के मामले में काबू सीबीआई के चार सब-इंस्पेक्टरों को विभाग ने तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया। जांच एजेंसी ने उन पर केस भी दर्ज कर लिया है। आरोपितों की पहचान एसआई प्रदीप राणा, अंकुर कुमार, अकाश अहलावत और सुमित गुप्ता के तौर पर हुई हैं। इनके साथ दो निजी व्यक्ति भी वारदात में शामिल हैं, जिनकी सीबीआई पहचान कर गिरफ्तारी में लगी है। चारों को चंडीगढ़ के सीबीआई कोर्ट में पेश करने को लेकर टीम पहुंची है। जानकारी के अनुसार आईटी पार्क स्थित एक फर्म को पार्टनरशिप में संचालित करने वाले बिजनेसमैन के साथ चार सीबीआई एसआई सहित छह आरोपितों ने 25 लाख रुपए की मांग की थी। सभी जबरन आईटी पार्क स्थित दफ्तर में घुसकर बिजनसमैन को गाड़ी में बिठाकर ले गए थे।

वहां पर उसके खिलाफ संदिग्ध गतिविधियों में सबूत होने का हवाला देकर गिरफ्तारी का डर दिखाने लगे। इसके बाद आरोपितों ने उससे 25 लाख रुपए की मांग कर छोडऩे का ऑफर कर दिया। इसी बात को लेकर विवाद होने पर उसके दफ्तर से किसी ने चंडीगढ़ पुलिस कंट्रोल रूम में लड़ाई-झगड़ा कर अपहरण करने की सूचना दे दी। इस पर एसएसपी कुलदीप सिंह चहल सहित सभी थानों की पुलिस सक्रिय हो गई। चार सीबीआई एसआई को सेक्टर.26 थाना पुलिस ने बापूधाम लाइट प्वाइंट के समीप दबोच लिया। मौके पर पूछताछ में आनाकानी करने वाले आरोपितों ने थाने में आकर खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर धौंस दिखाई। इस पर पुलिस अधिकारियों ने चंडीगढ़ सीबीआई को सूचना देकर शिनाख्त करने की गुजारिश की। इस पर सेक्टर.26 थाना पहुंची सीबीआई की टीम ने आरोपितों की पहचान कर हिरासत में ले लिया। देर रात तक चलने वाली इस प्रक्रिया के बाद दिल्ली सीबीआई में तैनात सभी चार सब-इंस्पेक्टर के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार करने के साथ नौकरी से बर्खास्त करने का विभाग ने तत्काल सख्त एक्शन लिया है।