HP Election-2022: बगावत पर धर्मशाला, मंडलाध्यक्ष सहित सात मोर्चों के पदाधिकारियों ने दिए सामूहिक इस्तीफे

धर्मशाला। मंडल भाजपा धर्मशाला ने टिकट के उम्मीदवार राकेश चौधरी को दल-बदलू बताते हुए कड़ा विरोध जताते हुए मंडल अध्यक्ष अनिल चौधरी सहित सभी सात मोर्चों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने सामूहिक इस्तीफे जिला अध्यक्ष को भेज दिए हैं। भले ही अक्तूूबर के महीने में प्रदेश की दूसरी राजधानी धर्मशाला के तापमान में काफी गिरावट आई हो, लेकिन दूसरी तरफ बात धर्मशाला की राजनीति की कि जाए, तो इस वक्त सियासी पारा काफी गरमाया हुआ है।

जी हां, बात हिमाचल के विधानसभा चुनावों की हो रही है, जिसमे भाजपा प्रत्याशियों को वितरित की गई टिकटों को लेकर प्रदेश भर में काफी बवाल मचा हुआ है, वहीं स्मार्ट सिटी धर्मशाला की बात करें, तो धर्मशाला में टिकट आबंटन को लेकर काफी गहमागहमी चली हुई है। बता दें कि नबंवर 12 को होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर जिस तरह से भाजपा हाईकमान द्वारा धर्मशाला से युवा विधायक विशाल नेहरिया का टिकट काटकर राकेश चौधरी की झोली में डाला है, और इस बात पर भाजपा मंडल से हर कोई विरोध कर रहा है। इसी कड़ी में धर्मशाला के विधायक विशाल नेहरिया की टिकट किसी ओर को दिए जाने के विरोध में आज धर्मशाला भाजपा मंडल के अध्यक्ष अनिल चौधरी समेत भाजपा के सात मोर्चों से तमाम पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया, वहीं कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर भाजपा हाईकमान अपना फैसला नहीं बदलती है, तो इस बार सरकार जो बार-बार मिशन रिपीट करने की बात कर रही है, वह नहीं कर पाएगी।

बता दें कि धर्मशाला की टिकट राकेश चौधरी को देने के बाद से धर्मशाला मंडल लगातार धरने कर रहा है। इतना ही नहीं, अपने इस्तीफे देते हुए भाजपा मंडल अध्यक्ष अनिल चौधरी, पदाधिकारियों-कार्यकर्ता ने कहा कि अगर सरकार को नेहरिया की टिकट काटनी ही थी, तो भाजपा मंडल के किसी ओर कार्यकर्ता को टिकट दे सकती थी, लेकिन सरकार ने ऐसा न कर उस व्यक्ति को टिकट दी, जिसका भाजपा से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। भाजपा मंडल धर्मशाला के अध्यक्ष ने कहा है कि अगर सरकार 25 अक्तूबर तक टिकट विशाल नेहरिया को नहीं देती है, तो इसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा।