चंडीगढ़ एमसी हाउस मीटिंग बीच में स्थगित

मेयर की बेटी की तबीयत बिगड़ी; केबल आपरेटर्स का तार अंडरग्राउंड करने को लेकर हंगामा

चंडीगढ़, २९ नवंबर (ब्यूरो)

चंडीगढ़ नगर निगम की महीने में एक बार होने वाली जनरल हाउस मीटिंग मंगलवार को करीब एक घंटे की सुनवाई के बाद स्थगित कर दी गई। जानकारी के मुताबिक, मेयर सर्बजीत कौर की बेटी की तबीयत अचानक खराब होने के चलते मीटिंग को स्थगित कर दिया गया। अभी नई तारीख तय नहीं की गई है। जानकारी के मुताबिक, हाउस मीटिंग के आयोजन में चाय-बिस्कुट से लेकर लंच और स्टेशनरी आदि में लगभग दो लाख रुपए तक का खर्च आता है। अब फिर से इस हाउस मीटिंग का आयोजन किया जाएगा। चंडीगढ़ आम आदमी पार्टी के संयोजक प्रेम गर्ग का कहना है कि हमें मेयर और उनके परिवार से पूरी संवेदना है। हालांकि हाउस को सीनियर डिप्टी मेयर या डिप्टी मेयर भी चेयर कर सकते थे। बैठक में आप पार्षद और नेता प्रतिपक्ष नेता योगेश ढींगरा ने कहा कि कमेटी के निर्णय पर अफसरशाही हावी है। केबल के तार हटाने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा पार्षद कंवरजीत राणा ने भी कहा कि उनके एरिया में केबल और इंटरनेट के तार काटने से लोगों को परेशानी हो रही है। बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है। कांग्रेस पार्षद गुरप्रीत सिंह गोपी ने कहा कि बच्चों के पेपर चल रहे हैं। इसलिए अभी जो शहर में इंटरनेट और केबल की तार लटक रह हैं उन्हें नहीं हटाया जाना चाहिए। ऑपरेटर्स को केबल की तार अंडरग्राउंड करने का समय दिया जाना चाहिए।

केबल आपरेटर्स का मुद्दा गर्माया

लगभग एक घंटे चले हाउस में केबल आपरेटर्स द्वारा शहर में लगाई गई केबल तार को लेकर हंगामा हुआ। आप पार्षदों ने केबल आपरेटर के समर्थन में कहा कि उन्हें केबल की तारें अंडरग्राउंड करने का समय दिया जाना चाहिए। दो दिन पहले हुई फाइनांस एंड कांट्रैक्ट कमेटी की बैठक में फैसला हुआ था कि अभी जो केबल के तार शहर में लटक रहे हैं, उन्हें अभी जब्त न किया जाए। आपरेटर्स को केबल के तार अंडरग्राउंड करने का समय दिया जाना चाहिए। इसके बावजूद निगम कमिश्नर अनिंदिता मित्रा ने इस फैसले को नहीं माना।

नहीं किया उल्लंघन

निगम कमिश्नर अनिंदित मित्रा ने कहा उन्होंने किसी भी फैसले का उल्लंघन नहीं किया है। फरवरी 2020 में हाउस का फैसला था कि शहर की सभी केबल और इंटरनेट के तार को अंडरग्राउंड किया जाए। उसी फैसले को उन्होंने लागू करवाया गया है। केबल एजेंसी पर कार्रवाई की जा रही है, तभी नगर निगम को रेवेन्यू आ रहा है। केबल आपरेटर तार डालने के लिए नगर निगम में आवेदन कर रहे हैं। इससे नगर निगम को अब छह से आठ करोड़ रुपए की कमाई हो रही है।