जयराम-प्रतिभा शिमला में ही सुनेंगे चुनाव के नतीजे, दोनों दलों की नजर रहेगी बहुमत के आंकड़े पर

पार्टी के कहने पर चुनाव क्षेत्र में नहीं गए मुख्यमंत्री

दिव्य हिमाचल ब्यूरो — शिमला

विधानसभा चुनाव की मतगणना गुरुवार सुबह 8:00 बजे शुरू हो जाएगी और इसके लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह शिमला में ही रहेंगे। मुख्यमंत्री ने हालांकि अपने चुनाव क्षेत्र आज जाना था, लेकिन पार्टी के निर्देश पर वह शिमला में रुक रहे हैं और चुनाव नतीजों के लिए बनाए जा रहे कंट्रोल रूम को मॉनिटर करेंगे। दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह खुद चुनाव नहीं लड़ रही हैं, लेकिन उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह शिमला ग्रामीण से चुनाव लड़ रहे हैं। इनकी मतगणना संजौली कॉलेज में होगी, लेकिन होलीलॉज से कोई रामपुर भी नहीं जा रहा है, जहां वोट दिए हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि दोनों दलों की नजर बहुमत के आंकड़े पर है और यदि 35 सीटें पार करने में दिक्कत हुई तो प्लान बी पर काम शुरू होगा। एक तरफ भाजपा को लग रहा है कि यदि बहुमत न मिला, तो निर्दलीयों के सहारे सत्ता मिलेगी, जबकि दूसरी तरफ कांग्रेस को विधायकों में खरीद-फरोख्त का खतरा है, हालांकि पार्टी के नेता सार्वजनिक तौर पर इससे इनकार कर रहे हैं, लेकिन यह संभव है कि यदि 35 से आंकड़ा क्रॉस न हुआ, तो कांग्रेस के नए विधायकों को हिमाचल से बाहर ले जाया जा सकता है। बहुमत मिलने के बाद स्थिति सामान्य ही रहेगी।

कौन बनाएगा रिकॉर्ड

इस विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा वोट के अंतर से जीत का रिकॉर्ड कौन बनाएगा, यह देखना रोचक रहेगा। इससे पहले मुख्यमंत्री रहे नेता बड़े मार्जिन से जीत दर्ज कर चुके हैं। 1998 में वीरभद्र सिंह ने रोहडू से 26148 वोट से जीत हासिल की थी। इसके बाद 2007 के चुनाव में बमसन से प्रेम कुमार धूमल ने 26007 वोट से जीत हासिल की थी। इससे पहले वोट प्रतिशत की बात करें तो ठाकुर रामलाल 1972 में जुब्बल कोटखाई सीट से 90 फीसदी वोट के अंतर से जीते थे, जो अपने आप में एक बड़ा रिकॉर्ड है। इस बार भी सीएम जयराम ठाकुर के चुनाव क्षेत्र सराज पर नजर रहेगी कि जीत-हार का अंतर क्या रहता है?