निर्दलीय भी बना रहे मंत्रिमंडल की सूची

विजयश्री की दहलीज पर सोचकर एक दर्जन प्रत्याशियों ने शुरू किया आपसी संवाद

मुकेश कुमार — सोलन

चुनावी मतगणना के नजदीक आते-आते कांग्रेस व भाजपा की तरह प्रदेश के निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी अपनी सरकार का गठन करने के साथ-साथ ही मंत्रिमंडल की सूची तैयार करनी शुरू कर दी है। चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशियों ने दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों की नींद उड़ा कर रख दी है। प्रदेश में कुल 23 ऐसे प्रत्याशी हैं, जिन्होंने इस चुनाव में बड़े सशक्त ढंग से एंट्री की है तथा इनमें से एक दर्जन प्रत्याशी ऐसे हैं, जो अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। हालांकि यह तो मतगणना के बाद ही पता चल पाएगा कि कौन अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र से बाजी मार लेगा, परंतु सूत्रों के अनुसार अपने को विजयश्री की दहलीज़ पर सोचकर एक दर्जन निर्दलीय प्रत्याशियों ने आपस में गुप्त संवाद शुरू कर दिया है।

यहां तक कि एक निर्दलीय प्रत्याशी ने तो अपने को भावी मुख्यमंत्री बताकर कुछ एक निर्दलीय प्रत्याशियों को दूरभाष पर संपर्क करके एक बैनर तले आने का न्योता भी दिया है। चुनाव में जीत के प्रति आश्वस्त निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपनी कैबिनेट भी गठित करनी शुरू कर दी है तथा इस बार भाजपा व कांग्रेस में शामिल न होकर प्रमुख राजनीतिक दलों का समर्थन लेकर अपनी सरकार बनाने की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। दूसरी ओर कांग्रेस की ओर से निर्दलीय प्रत्याशियों से संपर्क साधने की कोशिशें हालांकि कम हुई हैं, क्योंकि कांग्रेस मतगणना के बाद प्रदेश में पूरी बहुमत से आने के प्रति आश्वस्त है। भाजपा खेमे में निर्दलीय प्रत्याशियों के द्वारा कई विधानसभा क्षेत्रों में समीकरण बिगड़ते हुए देखकर बहुत खलबली है। पुष्ट जानकारी के मुताबिक भाजपा आलाकमान ने अपने कई नेताओं से उन निर्दलीय प्रत्याशियों से लगातार संपर्क में रहने को कहा है, जिनके विजयी होने की संभावना है। बाकायदा उन्हें आलाकमान से एडवांस में मिलवाने के लिए संपर्क किए जा रहे हैं। भावी सरकार के गठन में निर्दलीय प्रत्याशियों के रोल को देखते हुए भाजपा ने अब बगावत करने वाले नेताओं व पदाधिकारियों पर फिलहाल निष्कासन का चाबुक नहीं चलाया है। परिणाम के बाद ही आलाकमान एक्शन लेने की नीति पर चल पड़ी है। (एचडीएम)