1.12 लाख कर्मचारियों के वोट पहुंचे, चुनाव डयूटी में तैनात कर्मियों के 87 प्रतिशत पोस्टल बैलेट मिले

चुनाव डयूटी में तैनात कर्मियों के 87 प्रतिशत पोस्टल बैलेट मिले, सर्विस वोटर के सिर्फ 32 फीसदी मतपत्र आए

रोहित शर्मा — शिमला

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए 1.12 लाख से ज्यादा कर्मचारियों के पोस्टल बैलेट चुनाव आयोग के पास पहुंच चुके हैं। चुनाव आयोग ने पोलिंग डय्टी में तैनात स्टाफ, सर्विस वोटर और अनिवार्य सेवाओं में तैनात विभिन्न श्रेणियों के कर्मचारियों को पोस्टल बैलेट जारी किए थे। इनमें से 1.12 लाख से ज्यादा पोस्टल बैलेट चुनाव आयोग को मतगणना से पहले प्राप्त हो चुके हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने बताया कि चुनाव ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को जारी किए डाक मतपत्रों में से अब 52,859 डाक मतपत्र यानी 87 प्रतिशत पोस्टल बैलेट प्रदेश के सभी रिटर्निंग अधिकारियों के पास पहुंच गए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले विधानसभा चुनावों की तुलना में 2022 के विधानसभा चुनावों में चुनाव ड्यूटी पर तैनात कर्मियों को जारी किए गए डाक मतपत्रों में वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि जहां एक ओर पिछले चुनावों में मतदान ड्यूटी पर तैनात कर्मियों को जारी डाक मतपत्रों में से 45,126 मतपत्र प्राप्त हुए थे, वहीं दूसरी ओर इन चुनावों में अब तक प्राप्त डाक मतपत्रों की संख्या 52,859 है , जो पिछले चुनावों की अपेक्षा 17 प्रतिशत अधिक है।

इसके अलावा अब तक अनिवार्य सेवा वाले मतदाताओं से 38,207 और सेवा मतदाताओं से 21,768 डाक मतपत्र प्राप्त हुए हैं, जिससे कुल डाक मतपत्रों की संख्या 1,12,834 हो गई हैं। गौरतलब है कि चुनाव आयोग की ओर से पोलिंग डयूटी में तैनात कुल 59,000 कर्मचारियों को पोस्टल बैलेट जारी किए थे। इनमे 52,859 कर्मचारियों के पोस्टल बैलेट संबंधित जिलों के आरओ के आरओ को मिल चुके हैं, बाकी वोट नहीं आए हैं। पोलिंग स्टाफ में तैनात कर्मचारियों का वोट प्रतिशत काफी अच्छा रहा है। लगभग 87 प्रतिशत कर्मचारियों ने पोस्टल बैलेट के माध्यम से अपना वोट दर्ज करवाया है। दूसरी ओर सर्विस वोटर श्रेणी में 67,000 से ज्यादा कर्मचारियों को बैलेट पेपर जारी किए गए थे। इस श्रेणी में तीनों सेनाओं के जवान शामिल हैं। इसमें से सिर्फ 21,678 कर्मचारियों के पोस्टल बैलेट ही प्राप्त हुए हैं। इस श्रेणी से सिर्फ 32 प्रतिशत कर्मचारियों के पोस्टल बैलेट ही वापस आए हैं, जबकि 68 प्रतिशत कर्मचारियों के मतपत्र आने बाकी हैं। (एचडीएम)

इनका मतदान सौ प्रतिशत

चुनाव आयोग ने इस विधानसभा चुनावों में पहली बार अनिवार्य सेवाओं में तैनात विभिन्न श्रेणियों के 38,207 कर्मचारियों को पोस्टल बैलेट जारी किए थे। इनमें दिव्यांग और 80 वर्ष की आयु से अधिक की उम्र के मतदाता भी थे। इस श्रेणी में सभी कर्मचारियों ने पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान किया हैं। चुनाव आयोग के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीर्ष गर्ग ने बताया कि इस श्रेणी में 100 फीसदी मतदान हुआ हैं, क्योंकि इन कर्मचारियों का मतदान करवाने के लिए मोबाइल पोलिंग टीमें घर-घर भेजी गई थीं।

प्रदेश के 14 लाख वोटर्ज ने नहीं डाला वोट

इस बार मतदान प्रतिशत बढ़ा, पर लक्ष्य हासिल करना अभी बाकी

स्टाफ रिपोर्टर — शिमला

हिमाचल प्रदेश में इस बार 14 लाख मतदाताओं ने वोट नहीं किया हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक इस बार प्रदेश में चुनाव प्रतिशत पिछले साल के मुकाबले ज्यादा हुआ हैं, लेकिन अभी भी लाखों लोग हिमाचल प्रदेश में ऐसे हैं, जो मतदान नहीं करते हैं। इस बार के विधानसभा चुनावों में कुल 14 लाख से ज्यादा लोगों ने मतदान नहीं किया हैं। इनमें 768,454 लाख पुरुष, जबकि 6,34,652 महिला मतदाता हैं। प्रदेश में इस बार चुनाव आयोग ने 80 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य रखा था। ईवीएम की वोटिंग के मुताबिक अभी तक 75.6 फीसदी वोङ्क्षटंग हुई हैं।

हालांकि प्रदेश में पोस्टल बैलेट से मतदान अभी जारी है। ऐसे में मतदान प्रतिशत हल्का से बढ़ सकता हैं। हैरानी की बात यह है कि चुनाव आयोग की ओर से हर साल मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए कई प्रयास किए जाते हैं। चुनावों से पहले मतदाताओं को जागरूक किया जाता हैं, लेकिन बावजूद इसके भी प्रदेश में लाखों लोग ऐसे हैं, जो मतदान नहीं करते हैं। वर्ष 1983, 1998 और 2007 में मतदान प्रतिशत लगभग 71 प्रतिशत, 2002 और 2012 में लगभग 73 प्रतिशत तथा 2017 में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में यह आंकड़ा 75.57 प्रतिशत का था। प्रदेश में पोस्टल बैलेट से मतदान अभी जारी हैं। गुरुवार सुबह आठ बजे तक यह मतदान प्रक्रिया चलेगी।

नजदीकी मामले में दोबारा होगी काउंटिंग

राजीव शुक्ला के निर्देश पर कांग्रेस ने की दोबारा मतगणना की तैयारी

विशेष संवाददाता — शिमला

बेहद नजदीकी मतों से हार या जीत के फैसले वाली सीटों में लगातार रिकाउंटिंग हो सकती है। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला ने इस बारे में पहले ही सभी उम्मीदवारों को निर्देश दे दिए हैं। करीब दो सप्ताह पूर्व हुई वर्चुअल बैठक में राजीव शुक्ला ने ईवीएम सुरक्षा से लेकर परिणाम तक के व्यवहार पर चर्चा की थी। इसी दौरान उम्मीदवारों के सवालों के जवाब में उन्होंने रि-काउंटिंग पर पार्टी की स्थिति को साफ किया था। अब पोस्टल बैलेट को लेकर बड़ी चर्चा उम्मीदवारों के बीच हुई है। विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर कांग्रेस पल-पल का अपडेट साझा करेगी। कांग्रेस ने मतगणना को लेकर सभी जिम्मेदारियां तय कर दी हैं। इस दौरान कांग्रेस के सभी बड़े नेता मुख्यालय में रहेंगे, जबकि जो भी उम्मीदवार हैं वे सभी अपने-अपने क्षेत्रों में रूझान और परिणाम पर नजर रखेंगे। गौरतलब है कि राजीव शुक्ला ने वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के सभी 68 उम्मीदवारों के साथ एक अहम बैठक का आयोजन किया था। इसके बाद उम्मीरवारों को ईवीएम की सुरक्षा के साथ ही मतगणना केंद्र की निगरानी और परिणाम के बाद व्यवहार पर निर्देश दिए गए थे। इस दौरान राजीव शुक्ला ने रिकाउंटिंग करवाने को लेकर भी दिशा-निर्देश दिए थे। साथ ही भाजपा के खरीद-फरोख्त पर नजर रखने के लिए भी जिम्मेदारी तय की थी। अब कांग्रेस इसी आधार पर मतगणना के दौरान अपनी तैयारियां पूरी करने जा रही है। तमाम उम्मीदवार अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में होंगे और परिणाम की रिपोर्ट प्रदेशाध्यक्ष को करेंगे।