राष्ट्र निर्माण में समर्पण का प्रण, चंडीगढ़ में कार्यकर्ताओं ने बनाई राष्ट्रीय कांग्रेस की 138वीं वर्षगांठ

चंडीगढ़,  दिसंबर (ब्यूरो)

चंडीगढ़ कांग्रेस ने बुधवार को सेक्टर-35 स्थित कांग्रेस भवन में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना की 138वीं वर्षगांठ मनाई। इस अवसर पर कांग्रेस पार्टी की विचारधारा का पालन करने के संकल्प के साथ पार्टी की चंडीगढ़ इकाई के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने बुधवार को यहां राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया के लिए स्वयं को फिर से समर्पित करने का प्रण लिया। इस अवसर पर बोलते हुए चण्डीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष एचएस लक्की ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास आधुनिक, विकासशील और गतिमान भारत के इतिहास के साथ पूर्ण रूप से जुड़ा हुआ है। सच्चाई यह है कि दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। उन्होंने कहा कि बीसवीं सदी के पहले कुछ दशकों में कांग्रेस पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती अलग-अलग क्षेत्रों से अलग-अलग धर्मों, जातियों, रीति-रिवाजों को मानने वाले और अलग-अलग भाषाओं को बोलने वाले लोगों को एक छतरी के नीचे लाना था। कांग्रेस पार्टी ने जनता के समक्ष यह मंच प्रदान किया, जिसने जनता को एक गौरवशाली स्वतंत्रता संग्राम को शुरू करने की शक्ति और प्रेरणा दीण् इसी के फलस्वरूप अंग्रेज़ों की गुलामी की ज़ंजीरों को तोड़ कर भारत एक एकीकृत, लोकतांत्रिक एवं धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र के रूप में दुनिया के मानचित्र में अपना गौरवमयी स्थान पाने में सफल हो पाया। चंडीगढ़ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुभाष चावला ने कहा कि कांग्रेस की समावेशी और बहुलतावादी विचारधारा ने आजादी से पहले और आजादी मिलने के बाद देश को न केवल मजबूत करने का काम किया है, बल्कि दुनिया के कई दूसरे देशों को भी ऐसी नीतियों को अपनाने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी द्वारा अपनायी गई विभाजनकारी नीतियां भारत के राष्ट्रीय हित के अनुकूल नहीं है।