सीआईआई उत्तरी क्षेत्र में विकास की ओर केंद्रित, पंजाब-हरियाणा-चंडीगढ़ में औद्योगिक ढांचे को बढ़ावा देने के उपायों पर चर्चा

दिव्य हिमाचल ब्यूरो — चंडीगढ़

सीसीआई उत्तरी क्षेत्र की नवनिर्वाचित लीडरशिप सीआईआई उत्तरी क्षेत्र के चेयरमैन व लूमैक्स इंडस्टीज के प्रबंध निदेशक व चैयरमेन दीपक जैन ने अपनी पहली प्रेस वार्ता में पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के विकास की दिशा में संगठन की प्रमुख सुझावों को साझा किया। जैन ने इस क्षेत्र को देश के औद्योगिक केंद्र में बदलने के लिए सही बुनियादी ढांचे (इन्फ्रास्ट्रक्चर) रसद (लोजेस्टिक्स) और सरकारी समर्थन की आवश्यकता पर बल दिया। पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में कपड़ा, ऑटो कंपोनेंट, साइकिलों, फूड प्रोसेसिंग आदि से निर्यात की बेहतरीन क्षमता है। उन्होंने उद्योग के विकास के लिए सीआईआई की लंबी प्रतिबद्वता और सामूहिक प्रयास की अवश्यकता पर भी जोर दिया। सीआईआई उत्तरी क्षेत्र जल्द ही उभरते हुए उद्यमियों के लिए एक इनक्यूऐबेशन प्रोग्राम्स और मास्टर क्लासिस शुरू करेगा और संभावित निवेशकों को उनकी क्षमताओं को पहचान करवाने में सार्थक सिद्ध होगा और उद्योग में मदद करेगा। यह ग्रामीण-शहरी की दूरियों को कम करने में सहायक होगा। इस वर्ष, सीआईआई स्थिरता और क्लाइमेट एक्शन के सिद्धांत को ग्लोबलाइज्ड बनाने में फोकस करेगा। यह विकास के समावेशी मॉडल के माध्यम से किया जाएगा जो सरकार, उद्योग, समाज, उपभोक्ताओं, निवेशकों और एक्सटर्नल काम्युनिटी सहित सभी स्टेकहोल्डर्स के बीच विश्वास पैदा करता है। उन्होंने सीआईआई के क्राप रेज्ड्यू मैनेजमेंट जैसी परियोजनाओं का उदाहरण दिया, जो पंजाब, हरियाणा के 12 जिलों में संचालित की जा रही है। इसमें 300 गांव, तीन लाख एकड़ खेत और पचास हजार किसानों का कवर किया गया है। अन्य एक्शन प्वाईंट्स पर सीआईआई ने श्रम, बिजली, कृषि, भूमि, शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल जैसे सुधार के क्षेत्रों में जीएसटी जैसी कौंसिल के गठन के साथ नैश्नल सिंगल विंडो सिस्टम, गति शक्ति पोर्टल पर राज्य सरकारों के साथ जुडऩे की कल्पना की है।