सडक़ों के निर्माण के लिए 25-25 करोड़, CM सामुदायिक केंद्र बरवाला में जनसंवाद में हुए रू-ब-रू, नौ साल की उपलब्धियां गिनाईं

मुख्यमंत्री मनोहर लाल सामुदायिक केंद्र बरवाला में जनसंवाद में हुए रू-ब-रू, नौ साल की उपलब्धियां गिनाईं

पुष्पेंद्र स्वामी — बरवाला

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रविवार को सामुदायिक केंद्र बरवाला में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में लोगों को संबोधित किया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता और नगर निगम महापौर कुलभूषण गोयल भी उपस्थित थे। इससे पूर्व उन्होंने बरवाला में महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। मुख्यमंत्री ने लोगों से सीधा संवाद स्थापित करते हुए कहा कि 26 अक्तूबर को वर्तमान राज्य सरकार के नौ वर्ष पूरे होने जा रहे हैं और इस दौरान तहसील, ब्लॉक और जिला स्तर पर भरपूर विकास कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विधानसभा में सडक़ों के निर्माण के लिए 25-25 करोड़ रुपए की राशि मंजूर की गई है और सडक़ों का निर्माण कार्य भी आरंभ हो चुका है।

इसके अलावा इस बार हुई भारी बरसात के कारण क्षतिग्रस्त हुए पुल और सडक़ों के सर्वें का कार्य भी पूरा हो चुका है और इनकी मरम्मत का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। मनोहर लाल ने कहा कि पिछली सरकारों के कार्यकाल में नौकरियों में भ्रष्टाचार का बोलबाला था और खर्ची और पर्ची के आधार पर नौकरियां दी जाती थीं, परंतु वर्तमान राज्य सरकार द्वारा पारदर्शी तरीके से मेरिट के आधार पर युवाओं को नौकरियां दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार के अब तक के कार्यकाल में पंचकूला जिला में 606 युवाओं को बिना खर्ची पर्ची के सरकारी नौकरी मिली है, जिसमें से 62 लोग बरवाला के है। अवैध खनन की समस्या पर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि तय सीमा से अधिक गहराई तक खनन किसी भी हालत में बदार्शत नहीं किया जाएगा।

बरवाला ब्लॉक के 15 सरपंच भाजपा में शामिल

मंडलाध्यक्ष गौतम राणा और मार्केट कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अशोक शर्मा ने बताया कि सरपंच ओम सिंह राणा बरवालाए विशाल शर्मा रत्तेवाली, प्रीति सुंदरपुर, अमन राणा भरेली, हरचरण सैनी भगवानपुर, अकबरी, उषा रानी टिब्बी एसरिता शर्मा खेतपराली, हरसारानी छबीलपुर इत्यादि सरपंचों ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की मांग पर मुख्यमंत्री व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने सामुदायिक केंद्र का नाम शहीद राजपाल राणा के नाम से रखने की घोषणा की साथ ही जन संवाद में आई समस्याओं का अधिकारियों को आदेश करते हुए मौके पर निवारण किया।