हरियाणा में बंद होंगे पीडब्ल्यूडी के आठ टोल

सीएम खट्टर ने की घोषणा,नगर एवं ग्राम आयोजन विभाग की 103 कालोनियां नियमित करने का भी ऐलान

मुकेश संगर— चंडीगढ़

हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्रियों के बीच सतलुज यमुना लिंक नहर (एसवाईएल) मुद्दे पर 28 दिसंबर को शाम चार बजे चंडीगढ़ में की बैठक होगी। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत करेंगे। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरुवार को यहां हरियाणा निवास में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी। पत्रकारवार्ता में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नगर एवं ग्राम आयोजन विभाग की 103 और शहरी स्थानीय विभाग की 107 कॉलोनियों को नियमित करने का ऐलान किया तथा इसके साथ ही हरियाणा में पीडब्ल्यूडी के आठ टोल बंद करने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की सभी 2274 अनियमित कॉलोनियों की अधिसूचना को पूरा करने की अंतिम तिथि 31 जनवरी, 2024 तक की है। इससे पहले हरियाणा में 1673 कॉलोनियों को नियमित किया जा चुका है। गुरुवार की 210 कॉलोनियों को मिलाकर 1883 कॉलोनियां नियमित हो जाएंगी।

उन्होंने कहा कि इससे पहले की सरकार ने अपने 10 साल में 874 अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित किया। उन्होंने कहा कि अनधिकृत कॉलोनियों की बढ़ती संख्या पर अंकुश लगाने के लिए ड्रोन और सैटेलाइट इमेजरी के माध्यम से नियमित सर्वेक्षण किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि होडलए नूंहए पटौदी टोल 5 दिसंबर 2024 को बंद हो जाएगा। पुन्हाना, सुनहेड़ा रोड पर टोल 18 फरवरी 2025 तक बंद होगा। जाटौली टोल पहली जनवरी को बंद किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक आपदाओं से नुकसान का सत्यापन और प्रभावित लोगों को समाप्त तरीके से मुआवजे के वितरण के प्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल शुरू किया गया है। जुलाई, 2023 में राज्य के 12 जिले अंबाला, फतेहाबाद, फरीदाबाद, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, पंचकूला, पानीपत, पलवल, सोनीपत, सिरसा और यमुनानगर के 1469 गांव और चार शहरों को बाढ़ प्रभावित घोषित किया गया था। गुरुवार को उन इलाकों से फसल खराब को 34511 किसानों को 97 करोड़ 93 लाख की राशि दी गई। (एचडीएम)

सत्र में प्रस्तुत किए जाएंगे स्टेट के तीन थीम सॉन्ग

शुक्रवार से शुरू हो रहे हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के बारे में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि इसमें विधायकों की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी तय की गई है। पहली बार चुनकर आए विधायकों को पर्याप्त वक्त दिया गया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में दो ही सत्र बुलाए जाते थे, हमने साल में कम से कम तीन सत्र किए। वहीं उन्होंने जानकारी दी कि इस सत्र में स्टेट के तीन थीम सॉन्ग प्रस्तुत किए जाएंगे, जिनमें से विधानसभा द्वारा एक को चुना लाएगा।