सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ को 18 जनवरी को मिलेगा नया मेयर, चुनाव के लिए नोटिफिकेशन जारी

दिव्य हिमाचल ब्यूरो — चंडीगढ़
चंडीगढ़ शर को इस महीने 18 जनवरी को नया मेयर मिल जायेगा। चंडीगढ़ के दीप्ती कमिश्नर ने अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए शहर के मेयर सहित सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव 18 जनवरी को करवाने के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। जिक्रयोग है क शहर के मेयर सहित सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का पद एक साल की अवधि के लिए होता है और हर वर्ष नगर निगम के चुने हुए पार्षद इन चुनाव में मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर चुनते है। मौजूदा मेयर अनूप गुप्ता का कार्यकाल 17 जनवरी को समाप्त हो रहा है, अनूप गुप्ता भाजपा से है।

डिप्टी कमिश्नर की ओर जारी नोटिफिकेशन के अनुसार इस बार मेयर की सीट अनुसूचित जाति के पार्षद के लिए आरक्षित है। इस चुनाव में मेयर सहित सीनियर डिप्टी मेयर ओर डिप्टी मेयर की सीट के लिए उम्मीदवार 13 जनवरी शाम पांच बजे तक अपना नामांकन पत्र भर सकते हंै। उसके बाद 18 जनवरी को सुबह नगर निगम के एसेंब्ली हाल में निगम पार्षद मेयर सहित सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के लिए वोटिंग करेंगे। इसके उपरांत वोटो की गिनती की जाएगी और वोटों की गिनती के बाद विजेता रहने वाले शहर के नए मेयर सहित सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के घोषणा कर दी जाएगी। इन चुनावों में निगम में चुने हुए पार्षद ही वोटिंग कर सकेंगे और चुने हुए पार्षदों की संख्या 35 है। आज की तजा स्थिति के अनुसार इनमे भाजपा के पास सबसे बड़े दल के रूप में 15 परिषदों की वोटें हैं और एक वोट स्थानीय सासंद की मिलाकर कुल 16 वोट हैं। उसके बाद आम आदमी पार्टी के पास 12, कांग्रेस के पास सात और शिरोमणि अकाली दल की एक पार्षद की वोट है। उधर, मेयर चुनाव को लेकर जारी नोटिफिकेशन के बाद शहर की सियासत गरमा गई है।

भाजपा पर लोकतंत्र को हाईजैक करने का आरोप
भाजपा द्वारा प्रलोभन दे कर कराए जा रहे राजनीतिक दलबदल की आलोचना करते हुए चंडीगढ़ कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव शर्मा ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र को हाईजैक कर सिटी ब्यूटीफुल और इसके प्रबुद्ध नागरिकों के नाम को धूमिल कर रही है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा यह निंदनीय है कि आम आदमी पार्टी के पार्षद लखबीर सिंह बिल्लू, जो कथित तौर पर जनता से नकद रिश्वत मांगते पाए गए थे, को अब मेयर चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल कर लिया गया है। वास्तव में मेयर के चुनाव करवाने में देरी का कारण यही है कि भाजपा द्वारा इस तरह के अलोकतांत्रिक दलबदल के लिए कुछ अतिरिक्त समय चाहती है। कांग्रेस ने शहर के लोगों से अपील की है कि वे मेयर चुनाव से ठीक पहले प्रलोभन में आकर भाजपा में शामिल होने वाले पार्षदों का बहिष्कार करें ताकि इस तरह के भ्रष्ट पार्षद दलबदलन कर सकें। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इस तरह का दलबदल शहर के प्रबुद्ध लोगों का अपमान है।