प्रदर्शनकारी किसानों के हक में उतरे सिद्धू, केंद्र पर साधा निशाना, CM मान को कहा बिचौलिया

केंद्र सरकार पर कांग्रेस नेता ने निशाना साधा, मुख्यमंत्री भगवंत मान को कहा बिचौलिया

दिव्य हिमाचल ब्यूरो — चंडीगढ़

पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू किसानों के हक में उतर आए हैं। सिद्धू ने कांग्रेस छोडऩे की सभी अटकलों से इनकार किया है। वहीं, केंद्र द्वारा किसानों की आय दोगुनी करने और एमएसपी के वादे पर भाजपा पर हमला बोल दिया है। इसे दुनिया का सबसे बड़ा झूठ करार दिया। मुख्यमंत्री भगवंत मान को बिचौलिया कहते हुए केंद्रीय मंत्रियों से साठगांठ के आरोप भी लगा दिए। सिद्धू ने कहा कि किसान अपने उत्पीडऩ के खिलाफ सडक़ों पर लेकर आया है। केंद्र ने हमारे साथ धोखा किया है। खाने वाला तेल जो 77 रुपए में था, आज 210 का है। यानी कि 130 प्रतिशत महंगा हो गया। सरसों का तेल डबल से ऊपर। गैस सिलेंडर 300 से 1100 रुपए हो गया है। पेट्रोल डीजल, जिस पर सभी चीजों के रेट कम ज्यादा होने पर निर्भर करता है, उसकेदाम 90 रुपए से ऊपर हो गए हैं। इसके अलावा सिद्धू ने एक बार फिर अमृतसर का केंद्रीय बॉर्डर खोलने की मांग रखी है। सिद्धू का कहना है कि अगर बॉर्डर खुल जाए, तो देश बुलंदियों को छुएगा। जो गेहूं यहां 1200-1400 की है, बाहर 2100 में बिकती है। 3000 रुपए वाली बासमती बाहर 7000 रुपए में बिकती है।

22 रुपए का अदरक 100, 50 रुपए का दूध 200 में बिकता है। सिद्धू ने आरोप लगाया कि एफसीआई को कंगाल कर केंद्र ने स्टोरेज अडानी कॉर्पोरेट को दे दी। अगर उनका गोदाम 25 प्रतिशत भरता है, तो उन्हें अदायगी 100 प्रतिशत की दी जाती है, लेकिन किसानों के लिए क्या सोचा गया। कुछ भी नहीं। भाजपा ने 10 सालों में 16 लाख करोड़ का कर्जा अमीरों का माफ किया, लेकिन किसानों का कर्जा माफ करने से कतराते हैं। सिद्धू ने बताया कि केंद्र गेहूं व धान की एमएसपी पर 72 हजार करोड़ खर्च करता है। सीएम मान 22 फसलों पर एमएसपी देने की बात कर रहे हैं। वे शेख-चिल्ली की तरह सपने देख रहे हैं। किसानों को दालें उगाने की बात कही। मूंगी की पूरी फसल उठाने की बात कही, लेकिन आठ प्रतिशत उठाई। अन्य किसानों को सस्ते में फसल बेचनी पड़ी। उन्होंने सीएम मान पर बिचौलिया होने का भी तंज कसा। पूर्व सीएम चन्नी पर बीएसएफ को अधिकार क्षेत्र देने वाले बयानों पर आड़े हाथों लेते हुए कहा कि क्या अब उनकी केंद्रीय मंत्रियों से साठगांठ हो गई है।