केंद्र का पुतला फूंका, किसान-मजदूरों ने SDM कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर वादाखिलाफी का जड़ा आरोप

निजी संवाददाता — नारायणगढ़

संयुक्त किसान मोर्चा व सेंट्रल ट्रेड यूनियंस के आह्वान पर किसानों व मजदूरों ने एसडीएम कार्यालय के बाहर केंद्र सरकार की वायदा खिलाफी व तानाशाही के विरोध में प्रदर्शन कर सरकार का पुतला फूंका। सभी ने एकस्वर में कहा कि आंदोलनकारियों पर दमन की बजाय बातचीत से मांगों को जल्द लागू किया जाए। भाजपा-जजपा की प्रदेश सरकार किसान आंदोलन के बहाने पूरे प्रदेश की जनता को बंधक बनाना बंद करे। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के प्रधान निर्मेल सिंह बख्तुआ व मंडल प्रधान बलदेब सिंह तथा सीटू जिला सचिव सतीश सेठी व उप प्रधान रमेश नन्हेड़ा ने कहा कि पंजाब के कुछ किसान संगठनों के दिल्ली कूच के आह्वान से निपटने के लिए सरकार ने पूरे प्रदेश की सडक़ों पर पुलिस नाकों के अवरोध खड़े कर दिए हैं। यहां तक कि कई जगह पर सीमेंट व लोहे की दीवारें तक खड़ी कर दी गई हैं। जबकि देश के नागरिक शांतिपूर्वक कंही पर जाकर अपने हकों के लिए आंदोलन कर सकते है।

यह उनका मौलिक अधिकार है। किसान व मजदूर किसी नई मांग के लिए नही बल्कि सरकार के किए गए वायदे को ही पूरा करने की मांग कर रहे है, परंतु भाजपा सरकार की तानाशाही के चलते प्रदेश में आम जनता का कहीं भी आना-जाना पूरी तरह से बाधित हो गया है। दिल्ली जाने वाले सभी रास्तों पर भी पक्की दीवारें, कीलें और कांटेदार तार लगा कर उन्हें बंद कर दिया गया है। इस सबसे आम जनता को भारी परेशानियां हो रही है। उद्योगों के लिए कच्चा माल लाने और तैयार माल को बाहर भेजने में भी कठिनाइयां आ रही है।