प्रशासक के सलाहकार को बताई समस्या, प्रॉपर्टी फेडरेशन चंडीगढ़ ने शेयर वाइज रजिस्ट्रियां बंद करने का मुद्दा उठाया

दिव्य हिमाचल ब्यूरो — चंडीगढ़

प्रॉपर्टी फेडरेशन चंडीगढ़ का एक प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष कमलजीत सिंह पंछी के नेतृत्व में संजय जैन, हरजिंदर सिंह मोंगा, एसए खान, अमित जैन और नरेश बंसल के साथ मंगलवार को राजीव वर्मा से मुलाकात की, जो हाल ही में चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहकार के रूप में शामिल हुए हैं। हम प्रॉपर्टी फेडरेशन चंडीगढ़ के सदस्यों की ओर से चंडीगढ़ के प्रशासक के सलाहकार की नियुक्ति पर हार्दिक बधाई दी। सदस्यों ने सलाहकार को उस गंभीर मुद्दे से अवगत करावाए, जो चंडीगढ़ के नागरिकों के बीच बड़ी परेशानी का कारण बन रहा है। पिछले 12 महीनों से चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा शहर में शेयर-वाइज रजिस्ट्रियों को अचानक बंद कर दिया गया है। माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश में केवल चंडीगढ़ के एक से 30 सेक्टरों की विरासत स्थिति पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

शेयरवार संपत्ति के पंजीकरण पर चंडीगढ़ हेरिटेज कंजर्वेशन कमेटी ने दोहराया कि शहर के चरण एक से 30 तक के पुनर्घनीकरण के लिए किसी समीक्षा की आवश्यकता नहीं है, लेकिन यूटी प्रशासन सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को ध्यान में रखते हुए शेयरवार संपत्ति के पंजीकरण पर निर्णय ले सकता है। हम आपसे अनुरोध करते हैं कि एस्टेट ऑफिस द्वारा शहर के फेज एक से 30 सेक्टरों की कानूनी जांच होने तक कम से कम सेक्टर 31 से शुरू होने वाले क्षेत्रों में शेयर वार रजिस्ट्रियां बहाल करें, क्योंकि कोर्ट के आदेशों में इन क्षेत्रों के बारे में कुछ भी उल्लेख नहीं किया गया है।