Ankush Barjata: शार्क टैंक इंडिया में बंगाणा के 23 वर्षीय अंकुश बरजाता को मिली दो करोड़ की डील

लाखों रुपए के पैकेज की नौकरी छोडक़र ‘दीवा’ मार्केटिंग प्लेटफार्म बनाकर देश-दुनिया में छाया 23 वर्ष का होनहार

कार्यालय संवाददाता — बंगाणा

जिला ऊना के कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के बंगाणा गांव के 23 वर्षीय अंकुश बरजाता ने अल्पायु में स्वरोजगार के क्षेत्र में कामयाबी के झंडे गाडक़र समूचे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। लाखों रुपए के पैकेज की नौकरी छोडक़र ‘दीवा’ नाम से अपना मार्केटिंग प्लेटफार्म लांच कर करोड़ों रुपए का सालाना टर्नओवर कर सबका ध्यान आकर्षित करने वाले अंकुश बरजाता ने बड़ा मुकाम हासिल किया है। शार्क टैंक इंडिया शो में ‘दीवा’ कंपनी को पांच में से तीन शार्कस ने दो करोड़ डील की ऑफर की है। इसमें 1.25 करोड़ रुपए वर्किंग कैपिटल व 75 लाख रुपए छह प्रतिशत इक्विटि के रूप में ऑफर किए गए हैं। शार्क टैंक की इस डील से कंपनी को बड़ा बूम मिला है। अपने क्षेत्र में डार्क होर्स के रूप में काम कर रहे अंकुश बरजाता इस शो में आने के बाद रातों-रात देश-दुनिया में छा गए हैं। बंगाणा के साधारण परिवार में 13 दिसंबर, 2000 को जन्मे अंकुश बरजाता ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बंगाणा से जमा दो की शिक्षा हासिल की।

इसके बाद एसआरएम कॉलेज चेन्नई में चार वर्ष की कम्प्यूटर इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करके एक कंपनी में 26.28 लाख सालाना के पैकेज पर सर्विस ज्वाइन की, लेकिन मन में कुछ बड़ा करने की चाहत में अंकुश ने दो माह बाद ही इस नौकरी को छोड़ दिया तथा स्वरोजगार को अपनाते हुए अपना मार्केटिंग प्लेटफार्म लांच किया। तीन साल के अल्पकाल में ही अंकुश बरजाता ने अपनी कड़ी मेहनत के बल पर ‘दीवा’ कंपनी को देश की तेजी से उभरती कंपनी में तबदील कर दिया। कश्मीर से कन्याकुमारी तक देश भर में साडिय़ों के उपलब्ध 60 के करीब उत्पादों में से 55 उत्पादों को अपने मार्केटिंग प्लेटफार्म ‘दीवा’ के माध्यम से सीधा उपभोक्ताओं को पहुंचाने का काम अंकुश कर रहे है। कंपनी के निर्देशक के रूप में काम करते हुए अंकुश न केवल खुद अच्छा-खासा मुनाफा कमा रहे है,बल्कि देश भर में अपने छह कार्यालयों में 100 के करीब युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध करवा रहे है।

‘दीवा’ कंपनी ने पिछले वर्ष 1.9 करोड़ रुपए का टर्नओवर किया,जबकि इस वर्ष अभी तक कंपनी चार करोड़ का कारोबार कर चुकी है। इसके साथ ही कंपनी ने अगले वर्ष के लिए यह लक्ष्य सात करोड़ रखा है। शार्क टैंक इंडिया शो में आने के बाद ‘दीवा’ कंपनी की लोकप्रियता में एकदम बढ़ोतरी देखने को मिली है। कंपनी की बेवसाइट पर 24 घंटे में 50 हजार से अधिक हिटस व 1500 से अधिक आर्डर मिल चुके है। यूएसए,यूके व यूएई सहित देश भर में कंपनी 29 हजार पिन कोडस तक अपनी पहुंच बना चुकी है। आने वाले समय में कंपनी विश्व के 15 से अधिक देशों में अपने कारोबार का विस्तार करने जा रही है। बकौल अंकुश समय का एक दौर था,जब उसके दादा गांव-गांव जाकर फेरी लगाकर कपड़े बेचते थे। अंकुश के माता हटली व पिता बंगाणा में ज्योति क्लाथ हाऊस के नाम से कपड़े की दुकान चला रहे हैं। अंकुश को निजी स्कूल में प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त कने के बाद पैसे की तंगी के कारण सरकारी स्कूल में जाना पड़ा था। छोटी आयु में टीवी पर बड़े कारोबारियों को देखा, तो उन जैसा बनने का सपना मन में संजो जीवन में कड़ी मेहनत की। अंकुश अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता की प्रेरणा व भगवान के आर्शीवाद को देते हैं।

दो वर्ष की मेहनत के बाद बने शार्क टैंक शो का हिस्सा

अंकुश ने कहा कि शार्क टैंक इंडिया सोनी टीवी का शो है। इसमें हर वर्ष 4.50 लाख उद्यमी जाने के लिए अप्लाई करते है, जबकि मात्र 150 उद्यमी ही हर वर्ष शो में हिस्सा ले पाते है। वह पिछले दो वर्षों से लगातार शार्क टैंक इंडिया में जाने के लिए मेहनत कर रहे थे, जिसमें अंतत: अब जाकर उन्हें सफलता मिली है। शार्क टैंक इंडिया शो में ‘दीवा’ कंपनी को पांच में से तीन शार्कस ने दो करोड़ डील की ऑफर की है।