पंचकूला-करनाल में इलेक्ट्रिक सिटी बस सेवा शुरू, सीएम खट्टर ने महाशिवरात्रि पर दी बड़ी सौगात

पहले सात दिन मुफ्त सेवाएं देने की घोषणा

दिव्य हिमाचल ब्यूरो — चंडीगढ़
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शुक्रवार को पंचकूला और करनाल के लिए इलेक्ट्रिक सिटी बस सेवा का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर पहले सात दिन इलेक्ट्रिक सिटी बस सेवा मुफ्त करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि शुक्रवार को महाशिवरात्रि पर्व है, यह कोशिश की जाए कि शुक्रवार को इलेक्ट्रिक सिटी बसें शहर के शिव मंदिरों के पास से होकर गुजरें ताकि श्रद्धालुओं को भी इसका फायदा मिल सके। मुख्यमंत्री ने पंचकूला और करनाल के लोगों को सिटी बस सेवा आरंभ होने पर शुभकामनाएं और बधाई भी दी। इस अवसर पर पंचकूला से हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता और मेयर कुलभूषण गोयल और करनाल से सांसद संजय भाटिया, विधायक श्रीराम कुमार कश्यप भी वर्चुअल माध्यम से जुड़े।

पंचकूला और करनाल में फिलहाल इलेक्ट्रिक सिटी बस सेवा में 5-5 बसों को शामिल किया गया है। शीघ्र ही अन्य बसों को भी बेड़े में शामिल किया जाएगा। 45 सीटर इन इलेक्ट्रिक बसों के लिये पहले पांच किलोमीटर तक दस रुपए किराया निर्धारित किया गया है। उसके बाद हर तीन किमी पर किराये में पांच रुपए की वृद्धि होगी। सिटी बस सेवा का रूट भी शहर के लोगों की मांग व आवश्यकता को ध्यान में रखकर तैयार किया जाएगा। शहर के साथ लगते कस्बों में सिटी बस सेवा का चरणबद्ध तरीके से विस्तार किया जाएगा। अभी तक 375 बसें खरीदी गई हैं। मनोहर लाल ने बताया कि इससे पहले यह सुविधा पानीपत और यमुनानगर में आरंम्भ की जा चुकी है। शुक्रवार को पंचकूला और करनाल में इलेक्ट्रिक सिटी बस सेवा की शुरुआत के बाद अंबाला, सोनीपत, रेवाड़ी, रोहतक और हिसार सहित पांच शहरों में भी जल्द ही इलेक्ट्रिक सिटी बस सेवा शुरू कर दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने अपने वर्ष. 2023-2024 के बजट अभिभाषण के दौरान घोषणा की थी कि प्रदेश के 9 नगर निगमों और रेवाड़ी शहर में सिटी बस सेवा शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा की वर्तमान में रोडवेज के बेड़े को 3083 से बढाकर 4651 किया गया है। साथ ही किलोमीटर स्कीम के तहत 562 बसें चलाई जा रहीं हैं।

दस साल में 4,20,000 लीटर डीजल की बचत होगी
नई लांच की गई इलेक्ट्रिक बस सेवा एक शून्य-उत्सर्जन वाहन है, जिसके अपने संचालन के 10 वर्षों में लगभग 4,20,000 लीटर डीजल की बचत होगी। इससे न केवल प्रदेश के लोगों को सुगम परिवहन का लाभ मिलेगा बल्कि पर्यावरण प्रदूषण को भी कम करने में मदद मिलेगी। ये बसें तेजी से चार्ज होने वाली लिथियम-आयन बैटरी द्वारा संचालित हैं