नहीं बढ़ी एमफिल-पीएचडी की इन्क्रीमेंट, एचपीयू में अध्यापक कल्याण संघ ने उठाए कर्मचारियों के मुद्दे

एचपीयू कर्मियों के रहने को आवास नहीं

स्टाफ रिपोर्टर — शिमला
प्रदेश विश्वविद्यालय में अध्यापक कल्याण संघ की आम सभा बैठक हुई, जिसमें करीब 120 अध्यापकों ने भाग लिया। इस बैठक की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष प्रोफेसर हरीश ठाकुर ने की। इस दौरान संघ के सदस्यों को विश्वविद्यालय के अध्यापकों की लंबित मांगों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन करियर एडवांस स्कीम केस के तहत अध्यापकों की परमिशन के लिए भाई-भतीजावाद का रवैया अपना रहा है, जो सही नहीं है। कर्मचारी इसका पूरी तरह से विरोध करते हैं। अध्यापकों को की पूर्ण सेवाओं का लाभ देने पर भी गौर नहीं किया जा रहा है। विश्वविद्यालय में सरकारी आवास आबंटन की प्रक्रिया भी सही नहीं है।

इसके साथ ही विभिन्न विभागों में विभागाध्यक्ष नहीं हैं, जिस कारण छात्रों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। विश्वविद्यालय द्वारा विभागों में विभाग अध्यक्ष नियुक्त करने के लिए केवल प्रोफेसर के पद को अधिमान देना तथा पूर्व की तरह सह-आचार्य को नजर अंदाज करना सही नहीं है। इस पर भी कर्मचारियों ने आपत्ति जताई। बैठक में महासचिव डा. जोगिंदर सिंह सकलानी ने विश्वविद्यालय की कार्यकारिणी प्रणाली पर भी सवालिया निशान उठाए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा अध्यापकों को एमफिल तथा पीएचडी इन्क्रीमेंट नहीं दिया जा रही है। उन्होंने यूएएलएस जैसे विभागों में अध्यापकों को पीएचडी करवाने की अनुमति न देने पर भी चिंता जाहिर की।