पुस्तक, ‘गीता आचरण: अ बिगिनर्स पर्सपेक्टिव’ लांच

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पंजाब राजभवन में किया विमोचन, एडिशनल सॉलिसिटर जनरल रहे मौजूद

दिव्य हिमाचल ब्यूरो — चंडीगढ़

वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के शिव प्रसाद द्वारा लिखित व व्यापक रूप से प्रशंसित पुस्तक, ‘गीता आचरण: अ बिगिनर्स पर्सपेक्टिव’ का आठवां संस्करण भारत के पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा गुरुवार शाम को पंजाब राजभवन में औपचारिक रूप से लांच किया गया। इस पुस्तक का विमोचन पंजाब के राज्यपाल और यूटी चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित, हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और भारत के एडिशनल सॉलिसिटर जनरल सत्यपाल जैन की उपस्थिति में किया गया। यह संस्करण ‘गीता आचरण’ की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, क्योंकि यह अब अंग्रेजी, हिंदी, पंजाबी, उडिय़ा, बंगाली, मराठी, तेलुगु और गुजराती सहित आठ भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है। इस पुस्तक की उपलब्धता और पहुंच को व्यापक बनाने के लिए इसे उर्दू में भी प्रकाशित करने की योजना पर काम चल रहा है।

राम नाथ कोविंद ने इस पुस्तक का कई भाषाओं में अनुवाद के माध्यम से भगवद गीता की शिक्षाओं को व्यापक दर्शकों तक पहुंचाने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने गीता में समाहित कालातीत ज्ञान की गहरी समझ को बढ़ावा देने में ‘गीता आचरण’ जैसी पहल के महत्त्व पर प्रकाश डाला। पंजाब के राज्यपाल के अतिरिक्त मुख्य सचिव के शिव प्रसाद द्वारा लिखित, ‘गीता आचरण: अ बिगिनर्स पर्सपेक्टिव’ पुस्तक छोटी-छोटी रचनाओं के माध्यम से जटिल दार्शनिक सिद्धातों को सरल तरीके से प्रस्तुत करती है। पश्चिमी सोच प्रक्रियाओं और व्यवहार विज्ञान में तीन दशकों से अधिक के अनुभव और अंत:विषय अध्ययन से प्रेरणा लेते हुए के शिव प्रसाद की इस रचना का उद्देश्य नये पाठकों, विशेष रूप से युवाओं के साथ जुडऩा है, जिससे उन्हें खुशी, अनुकूलता के साथ जीवन की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाया जा सके।