मोबाइल आधारित मीडिया का समय

By: Mar 8th, 2017 12:07 am

संजय द्विवेदी

अध्यक्ष, जनसंचार विभाग, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विवि, भोपाल

मोबाइल आधारित मीडिया का समयपत्रकारिता में करियर संबंधित विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने संजय द्विवेदी से बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश…

पत्रकारिता में युवाओं के लिए करियर के क्या स्कोप हैं ?

संचार की दुनिया का जिस तेजी से विकास हुआ है और नए अवसर व मंच सामने आए हैं, उसमें पत्रकारिता का शब्द बहुत छोटा हो गया है। पत्रकारिता और मीडिया जैसे शब्द आज संचार की बदलती और बढ़ती दुनिया को पूरा व्यक्त नहीं करते हैं। वेब मीडिया, सोशल मीडिया ने इसके समूचे परिदृश्य को बदलकर रख दिया है। विज्ञापन, जनसंपर्क, फिल्में और मीडिया प्रबंधन तो हैं ही विशेषज्ञता के क्षेत्र।

इस करियर में आने के लिए शैक्षणिक योग्यता क्या होनी चाहिए?

पहले तो पत्रकारिता में लोग सीखकर ही आगे बढ़ते थे। आज संचार के हर क्षेत्र में विशेषज्ञता अनिवार्य है। ऐसे में विशेष शिक्षण-प्रशिक्षण से उन्हें मदद मिलती है और लोग आगे बढ़ते हैं। संचार शिक्षा के बढ़ते असर से बेहतर मानव संसाधन भी सामने आ रहा है।

क्या इस फील्ड में विशेषज्ञ कोर्स किए जा सकते हैं? यदि हां, तो वे कौन-कौन से हैं ?

इस क्षेत्र को सिर्फ पत्रकारिता से मत जोडि़ए, वरना अवसर सीमित होंगे। संचार कहेंगे तो अवसरों की व्यापकता होगी और पाठ्यक्रमों की भी। प्रिंट, टीवी, रेडियो, फिल्म, विज्ञापन, मल्टीमीडिया, जनसंपर्क, विकास संचार, राजनीतिक संचार, प्रिंटिंग और पैकेजिंग, एनीमेशन, वेब मीडिया, सोशल मीडिया और इन सबके प्रबंधन के लिए अनेक पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। आज हर क्षेत्र में इनके जानकारों की मांग है।

रोजगार के अवसर किन क्षेत्रों में उपलब्ध होते हैं ?

रोजगार के अवसर आज अपार हैं। गिनाने के लिए हजारों द्वार हैं, जो संचार शिक्षा खोलती है। मीडिया रिसर्च में ही आज कितना काम है। राजनीतिक जनसंपर्क एक अलग विधा बन कर उभरी है। सोशल मीडिया और उसका प्रबंधन भी एक बड़ा काम है।  ऐसे में कोई कम्युनिकेटर या कम्युनिकेशन को जानने वाला खाली नहीं बैठ सकता।

आरंभिक आय कितनी होती है ?

प्रारंभ में मीडिया और पत्रकारिता में तो प्रायः 10 से 12 हजार रुपए महीने में शुरुआत होती है। अच्छे संस्थानों में यह तनख्वाह तीस-चालीस हजार रुपए हो सकती है। मोबाइल ऐप और आईटी आधारित कंपनियों में वेतन की शुरुआत अच्छी होती है।

जो युवा पत्रकारिता को करियर के रूप में चुनना चाहता है, उसमें क्या गुण होने चाहिए ?

सबसे पहला गुण तो वह अपने संस्थान और उसकी जरूरतों को समझे। प्रारंभ में दिए गए काम को गुणवत्ता से करे। धीरे-धीरे वह उपलब्ध ज्ञान में कुछ नया जोड़ने का प्रयास करे यानी नवाचारों की ओर बढ़े। नए तरीके से प्रस्तुति ही किसी को स्थापित करती है।

इस करियर में चुनौतियां क्या-क्या हैं ?

चुनौतियां हैं हर पल अपडेट रहना। हमेशा जीवंत रहना। जिज्ञासु रहना और नवाचार करते रहना। यहां जागरूकता व चैतन्यता एक आवश्यक गुण है। अपने समय और समाज की समझ तो जरूरी है ही।

सोशल मीडिया भी पत्रकारिता को प्रभावित कर रही है ? क्या इस क्षेत्र में पत्रकारिता के लिए स्पेस है ?

सोशल मीडिया का दौर अभी और प्रभावी होगा। उसके लिए विशेषज्ञों की मांग बढ़ेगी। इसी तरह मोबाइल आधारित मीडिया भी बढ़ेगा। मोबाइल न्यूज ऐप और मोबाइल टीवी भविष्य का ताकतवर मीडिया है।

भविष्य में रोजगार के नए क्षेत्र क्या हो सकते हैं ?

मैंने पहले ही कहा मोबाइल आधारित मीडिया बढ़ेगा। लोगों की रुचि के आधार पर मीडिया को खुद को ढालना होगा। अब हर आदमी की पसंद का मीडिया अलग-अलग होगा। ऐसे ऐप होंगे जो आपकी पसंद की सूचनाएं आप तक लाएंगे। यह प्रारंभ हो गया है और इसे बढ़ना ही है। ऐसे में ‘संपादक जो छापे वो समाचार है’ जैसी परिभाषाएं लोग भूल जाएंगे।

इस क्षेत्र में शुरुआती दौर में किन बातों का ध्यान रखने की सलाह आप युवाओं को देंगे ?

अपडेट रहें। तकनीकी का बेहतर इस्तेमाल सीखें। मीडिया में कंटेंट और तकनीक अब 50-50 है, इसलिए अनिवार्य है कि आप तकनीक और प्रस्तुति तीनों को साधें।

जो युवा इस फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं, उनके लिए कोई प्रेरणा संदेश दें ?

संदेश यही है कि कड़ी और सही दिशा में मेहनत करें। अपनी ताकत को समझें और जो कर सकते हैं, वही करें। हर काम हर आदमी नहीं कर सकता, इसलिए रुचि का चुनें और अपने को झोंक दें। उसमें थकान भी नहीं होगी और बेहतर परिणाम भी आएंगे।


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