पाठकों के पत्र

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु आजकल जल संकट से जुझ रही है। वहां के मुख्य व्हाईटफील्ड, येलहंका और कनकपुरा में स्थिति बहुत ही खराब है। जल संकट को देखते हुए वहां कुछ संस्थाओं ने जल बर्बादी करने वाले लोगों के लिए हजारों रुपए का जुर्माना भी घोषित कर दिया है। बेंगलुरु ही नहीं, दुनिया के बहुत से देश भी जल संकट से जुझ रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका की राजधानी केपटाउन में तो लगभग पिछले

भारत सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन कानून को पूरे देश में लागू करने के लिए अधिनियम जारी किया गया है। वह एक बहुत ही अच्छा कार्य है। जो लोग हमारे पड़ोसी पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक दृष्टि से अल्पसंख्यक होने के कारण सां

15 मार्च को विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस मनाया जाता है। जानकार यह भी बताते हैं कि अमरीका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने इस

दहेज का मतलब होता है बेटी को शादी के समय अपनी खुशी से कोई उपहार देना। भारत में यह प्रथा प्राचीन काल से चली आ रही है। लेकिन आधुनिक और भौतिकवाद के समय में आज कुछ लालची लोगों ने इसे कुप्रथा बना दिया है। हमारे देश में दहेज कुप्रथा अभी भी पैर पसारे हुए है। हिमाचल प्रदेश में भी इस कुप्रथा का चलन कोई कम नहीं है। यहां भी दहेज लेने-देने की रूढि़वादी परंपरा गरीबों के लिए अभिशाप बनी हुई है।

कुछ महीने पहले यह सामने आया कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में इंदौर ने सातवीं बार स्वच्छता के मामले में नंबर वन की श्रेणी हासिल की है। लेकिन कुछ राज्य अभी भी स्वच्छता के मामले में फेल ही पाए जा रहे हैं, जबकि स्वच्छता कायम करना कोई इतना बड़ा या कठिन काम भी नहीं है कि स्वच्छ भारत अभियान को देश का हर राज्य कामयाब न बना सके।

लोकसभा चुनावों की घोषणा जल्द ही हो जाएगी। इसके लिए विभिन्न दलों ने टिकट बांटने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सभी राजनीतिक दलों को चाहिए कि वे अपराधों में संलग्न नेताओं को टिकट न दें। यह दुख की बात है कि इस तरह के नेता हरेक दल में हैं और वे टिकट पाने में भी कामयाब हो जाते हैं। अगर राजनीति अपराध का अड्डा बन जाएगी तो देश दिशाविहीन हो जाएगा। इसलिए ऐसे नेताओं को टिकट नहीं दिए जाने चाहिए।

जल्द ही लोकसभा चुनावों की घोषणा होने वाली है। चुनावों के लिए सभी पार्टियां घोषणापत्र भी जारी करेंगी। यह दुख का विषय है कि सभी दल मुफ्त की रेवडियां तो बांट रहे हैं, लेकिन युवाओं के लिए स्थायी रोजगार का वादा कोई भी दल नहीं करता है। आजीविका का यह प्रश्न घोषणापत्रों में शामिल होना चाहिए।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर केंद्र सरकार ने रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में 100 रुपए कमी कर महंगाई से कुछ राहत दी है। रसोई गैस सिलेंडर की कीमतें पिछले कुछ समय से बढ़ती ही जा रही थी। विपक्ष बेशक इसे राजनीति के चश्मे से देखेगा, क्योंकि कुछ ही समय बाद लोकसभा चुनाव भी हैं, लेकिन आमजन को इससे कुछ राहत मिलेगी।

आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस सारी दुनिया में मनाया जाता है। इसकी शुरुआत बेशक विदेशों से हुई हो, लेकिन भारत में भी अब इस पर विभिन्न प्रोग्रामों का आयोजन किया जाने लगा है। समय के साथ भारत की महिलाओं की दशा और सोच में काफी बदलाव आया है। आज भारत की नारी भी हर क्षेत्र, चाहे वो राजनीति का हो, सामाजिक हो या फिर अन्य, में अपना वर्चस्व कायम कर रही है।