बद्दी में प्रदूषण की रोकथाम पर टिप्स

By: Apr 25th, 2017 12:01 am

उद्योगों में हरित उत्पादकता-अपशिष्ट न्यूनीकरण विषय पर सजी कार्यशाला

बीबीएन —  राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद द्वारा बद्दी के झाड़माजरी में दवा उद्योगों में हरित उत्पादकता और अपशिष्ट न्यूनीकरण विषय पर आधारित तीन दिवसीय कार्यशाला का सोमवार को शुभारंभ हो गया। इस सेमिनार का शुभारंभ राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी बृजभूषण व राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद के अधिकारियों ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ स्थित दवा उद्योगों सहित प्रदेश भर से आए प्रतिनिधियों व औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। हिमाचल में अपनी तरह की यह पहली कार्यशाला है, जिसमें यह बताया जा रहा है कि दवा निर्माता कंपनियां कम से कम प्रदूषण उत्सर्जन करने वाली तकनीक को अपनाकर किस तरह से उत्पादन बढ़ा सकती है। इसमें राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों द्वारा नवीन सुझाव दिए जा रहे हैं, कार्यक्रम के आगामी दो दिनों में दवा कंपनी के प्रोडक्शन एरिया में कार्यरत स्टाफ को आमंत्रित कर व्यावहारिक ज्ञान देते हुए बाकायदा प्रशिक्षित किया जाएगा। कार्यशाला में एनपीसी एन्वायरनमेंट के निदेशक एमजे परवेज, एनपीसी हैड केडी भारद्वाज, नाइपर के मेडिसिन केमिस्ट्री हैड एके चक्रबोर्थी, आईएम टेक्नोलॉजी से डा. दिवेंद्र साहू, फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री कंसल्टेंट डा. अश्वनी विज सहित अन्य विशेषज्ञ प्रवक्ता अपने अनुभव व सुझाव पेश कर रहे हैं। बृज भूषण ने बताया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दवारा फार्मा सेक्टर में अपशिष्ट के न्यूनीकरण के लिए आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद के ग्रुप हैड (एन्वायरनमेंट) एमजे परवेज, श्रेत्रीय निदेशक जी सरवणन, वरिष्ठ उपनिदेशक हर्ष ठकराल ने विशेष तौर पर शिरकत की और परिषद के क्रिया-कलापों व प्रशिक्षण कार्यक्रम की महत्त्वता से अवगत करवाया। कार्यशाला में प्रदेश भर से 60 दवा उद्योगों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।


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