पौड़ी वाल देवस्‍थ्‍ल

By: May 20th, 2017 12:07 am

पौड़ी वाल देवस्‍थ्‍लवैसे तो हिमाचल प्रदेश को देवभूमि कहा जाता है, क्योंकि यहां अनेक देवी-देवताओं के मंदिर स्थापित हैं।  ऐसा ही एक देवस्थल सिरमौर मुख्यालय लाइन से करीब छः किलोमीटर दूर काला अंब रोड के समीप है, जिसे पौड़ी वाला के नाम से जाना जाता है। पौड़ी वाला मेन रोड से करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मंदिर तक जाने के लिए वन विभाग ने एक सड़क का निर्माण तो किया है, मगर यह सड़क जगह-जगह से टूटी हुई है, जिस कारण यह सड़क असंख्य गड्ढों में परिवर्तित हो गई है और छोटी गाडि़यां चलने के लायक भी नहीं है। जिस मंदिर का हम जिक्र कर रहे हैं वह देवों के महादेव का प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर का थोड़ा-बहुत जीर्णोद्धार वहां के स्थानीय निवासियों के योगदान से संभव हो पाया है। इस मंदिर में तीन-चार फुट ऊंचा शिवलिंग स्थापित है। ऐसी मान्यता है कि यह शिवलिंग त्रेता युग का है। यहां और भी तीन-चार छोटे-बड़े मंदिर हैं, जिनमें शिवलिंग स्थापित हैं। इस मंदिर की देखरेख एक बाबा जी करते हैं, जिनका नाम ईश्वर गिरि है। यह बाबा यहां लगभग 20-25 वर्षों से हैं। बाबा ईश्वर गिरि के अनुसार यह प्राचीन मंदिर त्रेता युग में रावण द्वारा बनाया गया था। एक बार रावण ने देवादि-देव महादेव को प्रसन्न करने के लिए घोर तपस्या की। रावण की तपस्या से प्रसन्न होकर महादेव ने उसे दर्शन दिए और वरदान मांगने को कहा। तब रावण ने भोले नाथ से अमृत्व का वर मांगा। भोले नाथ ने रावण को वरदान दिया परंतु उसके समक्ष एक शर्त रखी कि यदि वह एक दिन में पांच पौडि़यां बना देगा, तो यह वरदान फलीभूत हो जाएगा। इतना कह कर भोले नाथ अंतर्धान हो गए। रावण ने पहली पौड़ी हरिद्वार में बनाई। दूसरी पौड़ी जिला सिरमौर में बनाई। तीसरी पौड़ी चूड़ेश्वर महादेव में और चौथी पौड़ी किन्नर कैलाश पर बना दी, जहां शिवलिंग स्थापित किए। परंतु चार पौडि़यां बना लेने के बाद रावण को नींद आ गई और जब उसकी नींद खुली तो सुबह हो चुकी थी। इस से उसका अमर होने का सपना बिखर गया। तब से रावण द्वारा बनाए गए यह शिवलिंग आज भी विद्यमान हैं। कहते हैं इन शिवलिंगों में साक्षात भोले नाथ का वास है। इतने प्राचीन मंदिरों की देखभाल बहुत आवश्यक है, वरना हमारी प्राचीन धरोहर एक दिन मिट्टी का ढेर बन कर रह जाएगी।

– डीआर भंडारी, शिमला

विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं? निःशुल्क रजिस्टर करें !


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App