500 करोड़ और लोन लेगा हिमाचल

By: May 21st, 2017 12:05 am

700 करोड़ ऋण के बाद दस साल की अवधि के लिए फिर रकम उठाने की तैयारी

newsशिमला— वीरभद्र सरकार दो माह के बाद ही फिर से 500 करोड़ का ऋण उठाने जा रही है। इससे पहले मार्च महीने में 700 करोड़ का लोन उठाया गया था। ताजा लोन भी 10 साल की दीर्घकालीन अवधि के लिए होगा। इसकी नीलामी 23 मई को मुंबई में किए जाने की तैयारी है, जिसके नतीजे 24 मई को भारतीय रिजर्व बैंक की वेबसाइट पर देखे जा सकते हैं। इस ऋण की वापसी 24 मई, 2027 को निर्धारित की गई है। हिमाचल सरकार द्वारा ऋण उठाए जाने को लेकर विपक्ष विधानसभा के मौजूदा सत्र के दौरान मुद्दा उठा चुका है। हालांकि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बजट अभिभाषण चर्चा के दौरान विधायकों द्वारा उठाए गए मुद्दों का न केवल जवाब दिया था, बल्कि वित्तीय स्थिति को भी आंकड़ों के हिसाब से स्पष्ट किया था। इसमें बताया गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक व केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के मुताबिक ही लोन उठाया जा रहा है। हालांकि इस जवाब में यह भी कहा गया था कि 13वें वित्तायोग के बाद से ही प्रदेश की वित्तीय स्थिति बिगड़ने लगी थी। यह आरोप तर्कसंगत नहीं है कि बार-बार ऋण उठाने के कारण हिमाचल का वित्तीय ढांचा गड़बड़ा रहा है, जबकि प्रतिपक्ष के नेता प्रो. धूमल ने सवाल खड़े करते हुए कहा था कि केंद्रीय वित्त मंत्रालय व अन्य एजेंसियों ने सरकार को पत्र लिखकर आगाह किया है कि 31 मार्च 2017 तक इसी वर्ष ऋण बोझ की दर 45 हजार करोड़ पार कर जाएगी। बहरहाल, सरकार द्वारा फिर से उठाए जाने वाला करोड़ों का यह लोन विपक्ष के निशाने पर आ सकता है। वह भी ऐसे में जब विधानसभा चुनावों के लिए दोनों ही दल ताल ठोंक रहे हों।

खर्च का अनुमान

वित्त वर्ष 2017-18 के लिए कुल 35783 करोड़ के बजट खर्च में से 9628 करोड़ वेतन पर, 4950 करोड़ पेंशन पर, 3500 करोड़ ब्याज अदायगी पर, 3105 करोड़ ऋण वापसी पर, जबकि अन्य ऋणों पर 448 करोड़ और रखरखाव पर 2311 करोड़ के खर्च का अनुमान है। उधर, वित्त अधिकारियों का कहना है कि हर राज्य भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा तय की गई सीमाओं के अनुरूप ही ऋण उठाता है। ऐसा नहीं है कि हिमाचल भी यह लोन उठा रहा हो।

विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं? निःशुल्क रजिस्टर करें !


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App