ठियोग में चार घंटे चक्का जाम

By: Jul 23rd, 2017 12:05 am

बिटिया को न्याय दिलाने के लिए लोगों ने सड़क पर उतर शांतिपूर्ण तरीके से किया आंदोलन

NEWSNEWSठियोग— ठियोग में शनिवार को कामरेडों ने बिटिया को न्याय दिलाने के लिए फिर से धरना-प्रदर्शन करते हुए हाई-वे पर चार घंटे का चक्का जाम भी किया। इस दौरान यहां पर माकपा के प्रदेश सचिवालय सदस्य राकेश सिंघा विशेष रूप से शामिल रहे। ठियोग में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम को देखते हुए एसपी शिमला सौम्या साम्बशिवन ने शनिवार को खुद ठियोग आकर प्रदर्शनकारियों से बातचीत भी की और उन्हें समझाने का प्रयास किया कि बिटिया के साथ जो हुआ वह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन पुलिस की एसआईटी ने अब इसमें अपनी सारी रिपोर्ट सीबीआई को सौंप दी है और सीबीआई ने इस पर कार्य करना शुरू कर दिया है और अब ऐसे समय में प्रदर्शन व आंदोलनों से सीबीआई की कार्रवाई प्रभावित हो सकती है। ये सारे बातें ठियोग पुलिस थाने के डीएसपी आफिस में माकपा के नेता राकेश सिंघा व कुछ अन्य नेताओं को बातचीत के लिए बुलाने पर हुईं, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने भी प्रदर्शन खत्म करने का निर्णय लिया। हालांकि इससे पहले एसपी द्वारा कई बार इन नेताओं तक बातचीत को लेकर मैसेज दिया गया, लेकिन पहले तो ये लोग नहीं माने, लेकिन बाद में प्रदर्शनकारी बातचीत के लिए तैयार हो गए, जिसके बाद यह सारा मामला शांत हो पाया। ठियोग में हुए इस धरने-प्रदर्शन में बिटिया के लिए न्याय की मांग के साथ-साथ केस की निष्पक्ष जांच की मांग लोगों ने की और कहा कि सीबीआई जल्द से जल्द इस केस में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू करे। लोगों की मांग थी कि कोटखाई थाने में सूरज की हत्या के बाद साफ  हो गया है कि इस केस में निर्दोश लोगों को फसाया जा रहा है। लोग मांग कर रहे थे कि सूरज की पत्नी को पूरी तरह से पुलिस सुरक्षा दी जाए, क्योंकि वह इस केस की एक अहम कड़ी हो सकती है। शनिवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे के बाद प्रदर्शनकारियों ने हाई-वे पर चक्का जाम शुरू किया, जो कि साढ़े तीन बजे के करीब खोला गया, जिससे ठियोग के दोनों ओर कई किलोमीटर तक गाडि़यों की कतारें लगनी शुरू हो गईं। प्रदर्शनकारियों ने तय किया कि अब आंदोलन को शांतिपूर्वक तरीके से आगे ले जाया  जाएगा और सीबीआई की कारवाई पूरी होने तक इसी तरह से प्रदर्शन होते रहेंगे।

रसूखदार लोगों को बचाने की हो रही कोशिश

माकपा के नेता राकेश सिंघा ने एसआईटी जांच पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसमें कुछ रसूखदार लोगों को बचाने की कोशिश हो रही है। लॉकअप में एक आरोपी की हत्या होती है, वह भी इस मामले में पुलिस व सरकार के विरुद्ध और संदेह पैदा करती है। हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य में ऐसी हैवानियत पहली बार देखने को मिली है। ठियोग के पूर्व विधायक राकेश वर्मा ने भी शनिवार को ठियोग में एक पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि बिटिया का केस अब सीबीआई को चला गया है। इसलिए सीबीआई की रिपोर्ट सामने आने तक आंदोलन व प्रदर्शन को शांतिपूर्वक तरीके से किया जाएगा।

विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं ? भारत मैट्रीमोनी में निःशुल्क रजिस्टर करें !


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App