सिक्के क्यों नहीं लेते बैंक
नई दिल्ली— बैंकों के एक रुपया, दो रुपए, पांच रुपए और 10 रुपए के सिक्के नहीं लेने का मुद्दा उठाते हुए जनता दल यूनाइटेड (जदयु) के अली अनवर ने सोमवार को राज्यसभा में कहा कि इन सिक्कों का प्रचलन बंद करने के लिए सरकार को नोटबंदी-2 शुरू करनी चाहिए। श्री अनवर ने शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि छोटे-छोटे काम करने वालों जैसे मोची, रेहड़ी पटरी वाले, खोमचा लगाने वाले, गांव मोहल्लों में घूम-घूमकर सामान बेचने वालों को आम तौर पर ये सिक्के मिलते हैं, लेकिन न तो बड़े कारोबारी ही इसे लेना चाहते हैं और न ही बैंक इन सिक्कों को जमा करते हैं। उन्होंने कहा कि बैंक अकसर सिक्के दे देते हैं, लेकिन जब इन्हें जमा करने की बारी आती है तो वे इससे इनकार कर देते हैं। यहां तक कि भिखारी भी एक रुपया और दो रुपए का सिक्का लेने से इनकार कर देते हैं। इसके मद्देनजर सरकार को इन सिक्कों का प्रचलन बंद कर देना चाहिए। इसके लिए नोटबंदी-2 भी शुरू की जा सकती है, लेकिन किसी भी अर्थव्यवस्था में बड़े नोटों के साथ ही छोटे-छोटे सिक्कों का भी अपना महत्त्व होता है।
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