चामुंडा नर्सिंग संस्थान मौहल, कुल्लू

By: Aug 23rd, 2017 12:07 am

डा. बीके बाली

अध्यक्ष

चामुंडा नर्सिंग संस्थान मौहल, कुल्लूचामुंडा नर्सिंग संस्थान मौहल, कुल्लूहिमाचल प्रदेश पूरे राष्ट्र के साथ कंधा से कंधा मिलाकर स्वास्थ्य के क्षेत्र में अग्रणी रहा है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा के परिप्रेक्ष्य में नर्सिंग सेवा की एक अहम भूमिका है। वर्ष 2000  के आसपास प्रदेश में नर्सिंग प्रशिक्षण बंद होने के कारण नर्सों की भर्ती प्रक्रिया में कुछ अभाव व ठहराव आ गया था। इसी उपलक्ष्य एवं अभाव पूर्ति हेतु हिमाचल प्रदेश सरकार से सरकारी क्षेत्र के साथ-साथ कुछ निजी क्षेत्रों में भी नर्सिंग प्रशिक्षण की स्वीकृति प्राप्त हुई थी। जिनमें से चामुंडा नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र का सबसे पुराना तथा प्रथम स्थान है। डा. बीके बाली जोकि अध्यात्म वेलफेयर सोसायटी मौहल के अध्यक्ष भी हैं, इन्हीं की दूरदर्शिता व अनथक प्रयास से प्रदेश सरकार तथा नर्सिंग काउंसिल के साथ-साथ भारतीय नर्सिंग काउंसिल से भी सभी औपचारिकताएं पूरी करके तथा स्वीकृति प्राप्त करके वर्ष 2004 को नर्सिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ किया। सर्वप्रथम जीएनएम डिप्लोमा इन नर्सिंग का ट्रेनिंग कोर्स शुरू हुआ, जिसमें 50 सीटों का प्रावधान प्रदान करके 25 सरकारी तथा 25 सीटें निजी प्रबंधन के लिए मान्य प्राप्त हुईं। यह कोर्स साढे़ तीन वर्ष की अवधि का है। वर्ष 2004 से वर्ष 2017 तक इसी संस्थान से 10 बैच निकल चुके है। बहुत सारी प्रशिक्षित छात्राएं सरकारी क्षेत्र में नौकरी पा चुकी हैं। कुछेक प्राइवेट सेक्टरों में कार्यरत हैं। कुछ होनहार छात्राएं प्रदेश से बाहर नामी- गिरामी चिकित्सालयों में नर्सिंग सेवाओं को प्रदान कर रही हैं। इन हाई टेक चिकित्सालयों में पीजीआई चंडीगढ़, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली, मैक्स देहली, मेदांता गुरुग्राम (हरियाणा) शामिल हैं। इतना ही नहीं, तीन छात्राएं अपनी योग्यता के आधार पर चयन होकर यूएसए अमरीका में सेवारत हैं। इसी प्रशिक्षण संस्थान को वर्ष 2012 में बीएससी नर्सिंग कालेज की स्वीकृति प्राप्त हुई, जिसमें 40 सीटों का प्रावधान है। यह चार वर्ष का डिग्री कोर्स है, जोकि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से संबद्ध है और इसकी परीक्षा भी यूनिवर्सिंटी में ही होती है। इस का भी एक बैच पिछले साल वर्ष 2016 में निकल चुका है। वर्ष 2016 में पोस्ट वेसिक बीएससी का टे्रनिंग कोर्स शुरू करने का अवसर भी चामुंडा नर्सिंग इंस्टीच्यूट को प्राप्त हुआ, जिसका प्रथम बैच सितंबर-अक्तूबर 2017 में प्रशिक्षण पूरा करके निकल रहा है। यह भी स्नातक स्तर का बीएससी डिग्री कोर्स है, जिसके लिए प्रविष्टी हेतु जीएनएम अथवा स्टाफ नर्स का होना अनिवार्य है। कुल मिलाकर चामुंडा नर्सिंग संस्थान में निम्न प्रकार के ट्रेनिंग कोर्स चलाए जा रहे हैं।

  1. जीएनएम (रिक्तियां-50) 3 वर्ष का कोर्स हि.प्र. तथा भारतीय नर्सिंग काउंसिल से मान्य प्राप्त है।
  2. बीएस नर्सिंग (रिक्तियां-40) 4 वर्ष का कोर्स हि.प्र. तथा भारतीय नर्सिंग काउंसिल से तथा हि.प्र. विश्वविद्यालय द्वारा मान्यता प्राप्त
  3. पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग कोर्स (रिक्तियां-40) 2 वष का कोर्र्स हि.प्र. तथा भारतीय नर्सिंग काउंसिल तथा हि.प्र. विश्व विद्यालय द्वारा मान्यता प्राप्त है।

क्यों है खास यह संस्थान

विश्वविद्यालय स्तर पर टॉपर आना, खेल व सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में अपना लोहा मनवाना इत्यादि उपलब्धियां चामुंडा नर्सिंग प्रशिक्षण संस्थान को अव्वल बना रही हैं। प्रदेश के एक मात्र नर्सिंग कालेज को राष्ट्रीय स्तर के भारतीय विद्या शिरोमणि अवार्ड द्वारा इसी वर्ष 2017 में अलंकृत किया गया है।  डा. बीके बाली ने 10 अप्रैल, 2017 को सहर्ष ग्रहण किया। यह चामुंडा नर्सिंग संस्थान तथा प्रदेश के लिए गौरव का विषय है और उपलब्धियों का प्रतिफल है।

शालिनी राय भारद्वाज, कुल्लू

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