अस्पताल में न लिफ्ट, न लगा जेनरेटर

By: Sep 13th, 2017 12:05 am

पांवटा साहिब —  कांग्रेस सरकार के इस कार्यकाल के शुरुआती समय में ही पांवटा साहिब के सिविल अस्पताल का करीब नौ करोड़ की लागत से बना भव्य भवन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने जनता को समर्पित किया। लोगों ने इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार भी प्रकट किया और साथ ही सेकेंड फ्लोर पर बनी ओपीडी के कारण लिफ्ट की मांग रखी। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री से अस्पताल में जेनरेटर की सुविधा मुहैया करवाए जाने की मांग भी स्थानीय जनता ने रखी, जिसे पूरा करने का उन्होंने आश्वासन दिया। उसके बाद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर भी पांवटा आए और उन्होंने भी उक्त दोनों मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। पांवटा के विधायक से भी यहां के वरिष्ठ नागरिक समेत कई संस्थाओं ने मुलाकात कर इस समस्या का समाधान करने की मांग की। पूरे पांच साल यहां की जनता को सिर्फ आश्वासन ही मिलते रहे और दोनों चीजों के अभाव में एक तरफ तो मरीज और तीमारदार दून की भारी गर्मी में लगे कटों के दौरान भारी गर्मी से जूझते रहे, वहीं बीमार बुजुर्ग और महिलाओं को सीढि़यां चढ़कर बमुश्किल दूसरी मंजिल पर स्थित ओपीडी तक पहुंचना पड़ा। अब इस सरकार का कार्यकाल खत्म होने को है लेकिन इन दोनों मांगों का कार्य अभी तक शुरू नहीं हो पाया है जिससे जनता में रोष है। जानकारी के मुताबिक पांवटा सिविल अस्पताल में दो लिफ्टों के निर्माण के लिए करीब 67 लाख की डीपीआर प्रदेश सरकार को स्वीकृति के लिए भेजी गई है जिसे सरकार ने अपू्रव भी कर दिया, ताकि लिफ्ट निर्माण का कार्य आरंभ हो सके। अस्पताल भवन में ओपीडी पहले व दूसरे तल पर बनाई गई है। ऊपरी मंजिल में ओपीडी होने के कारण मरीजों और बुजुर्गों को सीढि़यां चढ़कर ऊपरी मंजिलों तक पहुंचना पड़ रहा है। इस कारण लोगों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पांवटा साहिब में सिविल अस्पताल की भव्य चार मंजिला बिल्डिंग बनी हुई है। हालांकि भवन के निर्माण के दौरान यह ध्यान नहीं दिया गया कि ओपीडी को धरात्तल तल पर रखा जाना चाहिए था भवन में अन्य सभी सुविधाएं लगभग पूरी हो चुकी है, लेकिन बिना लिफ्ट के मरीजों को ओपीडी तक पहुंचने में दिक्कतों का समाना करना पड़ रहा है और जेनरेटर की सुविधा न होने से गर्मी से जूझना पड़ रहा है।

दोबारा होंगे टेंडर बोले, एक्सईएन

उधर, इस बारे लोक निर्माण विभाग पांवटा मंडल के अधिशाषी अभियंता अजय शर्मा ने बताया कि यह टेंडर शिमला में विभाग का इलेक्ट्रीशिकल विभाग लगा रहा है। एक बार टेंडर कॉल करने पर कोई भी आवेदन नहीं आया। अब दोबारा से लिफ्ट के टेंडर लगाए जा रहे ।

लिफ्ट के हो चुके हैं टेंडर, सीएमओ

उधर, इस बारे सीएमओ सिरमौर डा. संजय शर्मा ने बताया कि लिफ्ट का पैसा लोक निर्माण विभाग के पास जमा करवाया जा चुका है। उन्हें सूचना है कि लिफ्ट के एक बार टैंडर हो चुके हैं। उम्मीद है कार्य जल्द आरंभ हो जाएगा। उन्होंने बताया कि जनरेटर मुहैया करवाने की कार्रवाई भी प्रोग्रेस पर है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App