जारी रहेगा बैन

By: Oct 18th, 2017 12:08 am

नई दिल्ली— केरल हाई कोर्ट ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड द्वारा क्रिकेटर एस श्रीसंत पर लगाया गया आजीवन प्रतिबंध बहाल कर दिया है। कोर्ट के इस फैसले को श्रीसंत के लिए बड़े  झटका माना जा रहा है। मंगलवार को अदालत ने बीसीसीआई के अपील पर यह फैसला दिया। इससे पहले इस साल अगस्त में सिंगल बैंच ने श्रीसंत पर लगा बैन हटा दिया था। चीफ जस्टिस नवनीति प्रसाद सिंह की अध्यक्षता वाली डिविजन बेंच ने ने फैसला दिया कि कोर्ट बीसीसीआई द्वारा लगाए गए आजीवन प्रतिबंध की न्यायिक समीक्षा नहीं कर सकता है, इसलिए बीसीसीआई की अपील को स्वीकार किया जाता है। कोर्ट ने अपील पर दो दिन सुनवाई करने के बाद यह फैसला किया। इस फैसले के बाद श्रीसंत रणजी ट्रॉफी के आगामी मैचों में केरल की टीम की ओर से नहीं खेल पाएंगे। इसके साथ ही वह बीसीसीआई और किसी राज्य क्रिकेट संघ के अंतर्गत होने वाले प्रैक्टिस सेशन का हिस्सा भी नहीं बन पाएंगे। केरल क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव जयेश जॉर्ज ने कहा कि बैन हटने के बाद से केरल क्रिकेट एसोसिएशन श्रीसंत का समर्थन कर रहा था। हमने उसके लिए एक फुल फिटनेस टेस्ट का भी बंदोबस्त किया था, ताकि वह मैच फिट बन सकते। अब इस नए फैसले का सम्मान करना होगा। अब श्रीसंत के पास केवल सुप्रीम कोर्ट जाने का रास्ता बाकी है। श्रीसंत के करीबी सूत्रों के मुताबिक वह इस फैसले के खिलाफ अपील करने की तैयारी कर रहे हैं। इन 2015 में 34 वर्षीय तेज गेंदबाज पर बीसीसीआई की वर्तमान वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता वाली अनुशासन कमेटी ने आजीवन बैन लगा दिया था। इसके खिलाफ श्रीसंत ने केरल हाईकोर्ट में अपील की थी, जिसने सात अगस्त को बैन हटाने का फैसला किया था।

2005 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू

श्रीसंत, अंकित चव्हाण और अजित चंदीला समेत स्पॉट फिक्सिंग मामले में सभी 36 आरोपियों को जुलाई, 2015 में पटियाला हाउस अदालत ने आपराधिक मामले से बरी कर दिया था। श्रीसंत ने 2005 में श्रीलंका के खिलाफ नागपुर में वनडे मैच के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था। इसके बाद साल 2006 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में डेब्यू किया। श्रीसंत ने 27 टेस्ट में 37.59 के औसत से 87 विकेट, जबकि वनडे में 53 मैचों में 33.44 की औसत से 75 विकेट चटकाए।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App